बीजेएनएन व्यूरोे ,जमशेदपुर
टाटा स्टील के संस्थापक जेएन टाटा की 175वीं जयंती पर टाटा जू में नए मेहमान आए हैं। टाटा स्टील जूलोजिकल पार्क (चिड़ियाघर) में रविवार को तिरुपति स्थित श्री वेंकटेश्वर जूलोजिकल पार्क से सफेद बाघ पहुंच गया। इसे फिलहाल बाघ के बाड़े में अलग पिंजड़े में रखा गया है, जहां लोग इसका दीदार कर सकते हैं। रविवार के दोपहर करीब 12 बजे तिरुपति जू से आयी टीम के साथ 12 अन्य नए मेहमान भी आए जिसमें तीन नर व तीन मादा कछुआ (इंडियन स्टार टोरट्वाइस), एक नर व मादा सहित चार साहिल (इंडियन पोर्क्यूपाइन) और एक जोड़ा जंगली मुर्गी (जंगल फाउल) शामिल हैं। टाटा स्टील जूलोजिकल सोसाइटी, प्रबंध समिति के सदस्य रजनीश कुमार ने बताया कि इन जानवरों के बदले तिरुपति जू को एक जोड़ा (नर-मादा) मेंड्रिल (बंदर की प्रजाति) दिया जाएगा। उन्हें उम्मीद है कि सफेद बाघ ‘कैलाश’ की टाटा जू में जन्मी ‘डोना’ से दोस्ती हो सकती है, क्योंकि दोनों हमउम्र हैं। जू प्रबंधन के मुताबिक इन पशु-पक्षियों को एक-दो सप्ताह तक दर्शकों से दूर रखा जाएगा, ताकि ये यहां की आबोहवा से परिचित हो सकें।
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