अंजीत कुमार, जामताड़ा,05 जनवरी


4 वर्ष पूर्व व्याही नजमा अपने दो बचचों को छोड़ दुनिया को अलविदा कह गई। नजमा की मौत कोई स्वभाविक मौत नही बल्कि दहेज की खातिर हुई है। उसके ससुरालवालों ने उसे दहेज की बलि बेदी पर कुर्बान कर दिया। 25 वर्षीया नजमा बीबी की हत्या इसलिए ससुरालवालों ने कर दी कि उसने दो पुत्री को जन्म दिया और दहेज में मोटी रकम नही लाई। यह आरोप है मृतिका के पिता सनाउल अंसारी का। मृतिका नजमा की शादी 4 वर्ष पूर्व हुई थी। शुरु में सब कुछ ठीक था। नजमा ने दो बेटी को जन्म दिया था। लेकिन ससुरालवाले को बेटा चाहिए था। तभी से शुरु हो गया नजमा को प्रताड़ित करने का सिलसिला। और इस सिलसिला का अंत हुआ नजमा की मौत से।
सनाउल का कहना है कि बेटा नही होने के कारण लगातार ससुरालवालें नजमा को प्रताड़ित करते थे। साथ हीं रुपए की मांग उससे और उसके मायके वालों से करते थे। कुछ दिन पूर्व हीं नजमा के पति व घर के अन्य सदस्यों ने मारपीट की थी और पैसे की मांग की थी। पैसे नही देने की स्थिति में जान से मारने की धमकी भी दी गई थी। सोमवार को मृतिका के परिजनों को उसकी मौत की सूचना दी गई थी। मायके वालों ने बताया कि एक दिन पूर्व हीं उसकी हत्या कर दी गई थी। जब लाश से दुर्गंध आने लगी तो गले में फंदा लगाकर लटका दिया गया और उन लोगों को खबर की गई। घटना की सूचना पुलिस को दे दी गई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच प्रारंभ कर दिया है।