संवाददाता,जमशेदपुर,14 दिसबंर
विगत 9 दिसंबर मंगलवार को हुए चाईबासा जेल ब्रेक कांड के दौरान पुलिस फायरिंग में दो नक्सली भाईयों के मारे जाने के विरोध में रविवार 14 दिसबंर को भाकपा माओवादी द्वारा आहुत चार जिला बंद का पश्चिमी सिंहभूम जिला में भी असर देखा गया। नक्सलियों द्वारा झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला खरसावां, पूर्वी सिंहभूम एवं खुंटी सहित चार जिला में बंद बुलाया गया था। जिसका पश्चिमी सिंहभूम जिले में मिलाजुला असर देखा गया। जेल ब्रेक की घटना के मद्देनजर आज चाईबासा जेल की सुरक्षा बढ़ा दी गयी थी और अन्य दिनों के तुलना में आज जेल के चारों तरफ सुरक्षा बल देखे गये।
वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 75 पर वाहनों का आवागमन पूरी तरह बंद रहने के कारण लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। चाईबासा और राजधानी रांची का संपर्क पूरी तरह कटा रहा। बंदगांव, टेबो, कराईकेला, सहित कई थाना क्षेत्रों को हाई बलर्ट पर रखा गया था। ट्रेनों को चलवाने के लिए चक्रधरपुर रेल मंडल ने एहतियात बरतते हुए पायलट इंजनों के साथ उनकी रवानगी सुनिश्चत करायी है। बंद का असर खदान क्षेत्रों पर बुंरी तरह से पड़ा है। इस क्षेत्र में लौह अयस्क का परिवहन भी ठप रहा। दुसरी ओर बंद के दौरान कहीं भी किसी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं हो इसके लिए नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में काॅंबिंग आॅपरेशन भी दिनभर जारी रहा।
सरायकेला खरसांवा के चाण्डिल में रहा माओवादी बंद का असर
माओवादी के बंद का चांडिल प्रखण्ड के चैका और ईचागढ़ प्रखण्ड के मिलन चैक में खासा असर देखा गया। वहीं दुसरी ओर चांडिल बाजार और नीमडीह प्रखण्ड के रघुनाथपूर बाजार में बंद बेअसर रहा। माओवादीयों ने रविवार को सरायकेला खरसवाँ जिला के अलावा राँची, खुँटी व पश्चिम सिंहभूम जिला में 12 घंटे की बंद का आहवान किया था। बंद के दौरान कहीं से किसी भी प्रकार के दुखद समाचार नहीं मिला है। बंद के दौरान एनएच पर गाडि़याँ कम चली जिसके कारण यात्रीयों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

