ईद मिलादुन्नवीः मुस्लिम समाज ने की देश की सलामती की दुआ

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हजरत पैगंबर मुहम्मद की जयंती पर निकला विशाल जुलूस-ए-मुहम्मदी

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संवाददाता,जमशेदपुर.04 जनवरी

रविवार को सरकार-ए-दोआल हजरत पैगंबर मोहम्मद की जयंती पर मुस्लिम समाज के लोगों ने विशाल जुलूस-ए-मोहम्मदी निकाला। जुलूस में सबसे आगे पैदल चलने वाले व पीछे वाहनों पर सवार लोग थे। शहर के चारों तरपफ से जुलूस जब साकची आमबगान मैदान पहंुचा तो पुष्प वर्षा भी की गयी। इसमें लगभग 1 लाख से अध्कि लोग शामिल हुए। पूरे शहर का संयुक्त जुलूस साकची आमबगान से रवाना हुआ, जो मदरसा पफैज उलूम के नजदीक सेंट्रल मैदान धतकीडीह पहंुचकर समाप्त हुआ। ध्तकीडीह सेंटर पर जुलूस पहंुचने के बाद जलसे में तब्दील हो गयी। वहां उलेमा-ए-दीन की तकरीर, तिलावती कुरआन मजीद नात ख्वानी के बाद देश की सलामती के लिए दुआ मांगी गयी। ;मालूम हो कि हजरत मुहम्मद ;सअद्ध का जन्मदिन मनाना सुन्नत-ए-रसूल है। इस रोज मुस्लिम समाज के लोगों को अपने घरों और मस्जिदों में चिराग जलाकर खुशी का इजहार करना चाहिए।द्ध शहर के प्रमुख आजादनगर, मानगो गांध्ी मैदान से जुलूस सुबह 8 बजे लगभग रवाना हुआ जो साकची आमबगान ईदगाह मैदान पहंुचा। शहर के टेल्को खड़ंगाझाड़, बारीनगर, धतकीडीह, जुगसालाई, गोलमुरी, बिष्टुपुर, कीताडीह एवं मकदमपुर से जुलूस सुबह निकला जो आमबगान मैदान साकची पहंुचकर संयुक्त जुलूस में शामिल हुआ। पैगंबर मोहम्मद की जयंती पर शहर में निकले विशाल जुलूस और हर क्षेत्रा से निकले जुलूस के कारण सुबह सात बजे से ही दोपहर लगभग दो बजे तक पूरे शहर में यातायात की समस्या बनी रही। जुलूस में शामिल लोगों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसका विशेष ख्याल जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन एवं केन्द्रीय शांति समिति के पदाध्किारी समेत मुस्लिम समाज के विभिन्न राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनों से जुड़े गणमान्य लोगों द्वारा संयुक्त रूप से ध्यान रखा गया। प्रशासन ने जुलूस के कारण रविवार को शहर में नो-इंट्री लगा रखी थी। दिन भर नो-इंट्री होने के कारण मालवाहक बड़े वाहनों का परिचालन नहीं हुआ। जिला प्रशासन ने जुलूस के दौरान विध् िव्यवस्था बनाये रखने के लिए दंडाध्किारियों समेत भारी संख्या में पुलिस बल को जुलूस निकलने वाले रास्ते में तैनात किया गया था। मदरसा पफैजुल उलूम के लगभग 500 वोलंटियर जुलूस को नियंत्राण करने में लगे हुए थे। रविवार रहने के कारण सरकारी कार्यालय बंद थे। सरकारी एवं प्राईवेज स्कूलों में भी छुट्टी थी। जुलूस में शामिल लोगों के स्वागत के लिए कापफी संख्या में जगह-जगह विभिन्न संगठनों द्वारा तोरणद्वार बनाये गये थे। पूरे मार्ग को झंडा, बैनर एवं पोस्टर से पार्ट दिया गया था। विभिन्न समाजसेवी संगठनों द्वारा जगह-जगह शिविर लगाकर जुलूस में शामिल लोगों के बीच लंगर, शर्बत, पफल, खजूर एवं पेयजल आदि वितरण कर रहे थे। साकची स्टेट माइल रोड क्वाइन क्लब के पास केन्द्रीय शांति समिति की तरपफ से भी शिविर लगाया गया था, जिसमें शर्बत का वितरण किया गया। जुलूस की अगुवाई करने वाले आलिम और उलेमा को केन्द्रीय शांति समिति की ओर से सम्मानित भी किया गया। जुलूस शांतिपूर्वक संपन्न होने पर विभिन्न राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनो के लोगों ने जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन एवं मुस्लिम संगठनों के गणमान्य लोगों को हार्दिक बधई दी। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि ईद मिलादुन्नवी पर शहर में मुस्लिम समाज का भव्य जुलूस शांतिपूर्वक संपन्न होना भाईचारा की एकता को और मजबूत बनाता है। क्योंकि जुलूस मुहम्मदी में शांति का पैगाम दिया जाता है, जो पैगंम्बर मुहम्मद देते हैं। जुलूस का मकसद शांति और अमन स्थापित करना है। इस दिन लोग अपने कर्जदारों के कर्ज तक मापफ कर देते हैं।

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