नई दिल्ली-झारखंड सहित देश के 91 प्रमुख जलाशयों के जलस्तर में दो प्रतिशत की कमी आई

नई दिल्ली।

09 मार्च, 2017 को समाप्त सप्ताह के दौरान देश के 91 प्रमुख जलाशयों में 60.906 बीसीएम (अरब घन मीटर) जल का संग्रहण आंका गया। यह इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का 39 प्रतिशत है। 02 मार्च, 2017 को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान यह 41 प्रतिशत था। 9 मार्च, 2017 को यह स्तर पिछले वर्ष की इसी अवधि के कुल संग्रहण का 132 प्रतिशत तथा पिछले दस वर्षों के औसत जल संग्रहण का 101 प्रतिशत है।

इन 91 जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता 157.799 बीसीएम है, जो समग्र रूप से देश की अनुमानित कुल जल संग्रहण क्षमता 253.388 बीसीएम का लगभग 62 प्रतिशत है। इन 91 जलाशयों में से 37 जलाशय ऐसे हैं जो 60 मेगावाट से अधिक की स्थापित क्षमता के साथ पनबिजली संबंधी लाभ देते हैं।

क्षेत्रवार संग्रहण स्थिति

 उत्तरी क्षेत्र

उत्तरी क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश, पंजाब तथा राजस्थान आते हैं। इस क्षेत्र में 18.01 बीसीएम की कुल संग्रहण क्षमता वाले छह जलाशय हैं, जो केन्द्रीय जल आयोग (सीडब्यूसी) की निगरानी में हैं। इन जलाशयों में कुल उपलब्ध संग्रहण 4.70 बीसीएम है, जो इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का 26 प्रतिशत है। पिछले वर्ष की इसी अवधि में इन जलाशयों की संग्रहण स्थिति 28 प्रतिशत थी। पिछले दस वर्षों का औसत संग्रहण इसी अवधि में इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का 34 प्रतिशत था। इस तरह पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में चालू वर्ष में संग्रहण कम है।

पूर्वी क्षेत्र

पूर्वी क्षेत्र में झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल एवं त्रिपुरा आते हैं। इस क्षेत्र में 18.83 बीसीएम की कुल संग्रहण क्षमता वाले 15 जलाशय हैं, जो सीडब्ल्यूसी की निगरानी में हैं। इन जलाशयों में कुल उपलब्धक संग्रहण 11.51 बीसीएम है, जो इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का 61 प्रतिशत है। पिछले वर्ष की इसी अवधि में इन जलाशयों की संग्रहण स्थिति 44 प्रतिशत थी। पिछले दस वर्षों का औसत संग्रहण इसी अवधि में इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का 49  प्रतिशत था। इस तरह पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में चालू वर्ष में संग्रहण बेहतर है और यह पिछले दस वर्षों की इसी अवधि के दौरान रहे औसत संग्रहण से भी बेहतर है।

 पश्चिमी क्षेत्र

पश्चिमी क्षेत्र में गुजरात तथा महाराष्ट्र आते हैं। इस क्षेत्र में 27.07 बीसीएम की कुल संग्रहण क्षमता वाले 27 जलाशय हैं, जो सीडब्ल्यूसी की निगरानी में हैं। इन जलाशयों में कुल उपलब्ध संग्रहण 13.61 बीसीएम है, जो इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का 50 प्रतिशत है। पिछले वर्ष की इसी अवधि में इन जलाशयों की संग्रहण स्थिति 26 प्रतिशत थी। पिछले दस वर्षों का औसत संग्रहण इसी अवधि में इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का 47 प्रतिशत था। इस तरह पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में चालू वर्ष में संग्रहण बेहतर है और यह पिछले दस वर्षों की इसी अवधि के दौरान रहे औसत संग्रहण से भी बेहतर है।

मध्य क्षेत्र

मध्य क्षेत्र में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश तथा छत्तीसगढ़ आते हैं। इस क्षेत्र में 42.30 बीसीएम की कुल संग्रहण क्षमता वाले 12 जलाशय हैं, जो सीडब्ल्यूसी की निगरानी में हैं। इन जलाशयों में कुल उपलब्ध संग्रहण 21.72 बीसीएम है, जो इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का 51 प्रतिशत है। पिछले वर्ष की इसी अवधि में इन जलाशयों की संग्रहण स्थिति 36 प्रतिशत थी। पिछले दस वर्षों का औसत संग्रहण इसी अवधि में इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का 36 प्रतिशत था। इस तरह पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में चालू वर्ष में संग्रहण बेहतर है और यह पिछले दस वर्षों की इसी अवधि के दौरान रहे औसत संग्रहण से भी बेहतर है।

दक्षिणी क्षेत्र

दक्षिणी क्षेत्र में आंध्र प्रदेश (एपी), तेलंगाना (टीजी), एपी एवं टीजी (दोनों राज्यों में दो संयुक्त परियोजनाएं), कर्नाटक, केरल एवं तमिलनाडु आते हैं। इस क्षेत्र में 51.59 बीसीएम की कुल संग्रहण क्षमता वाले 31 जलाशय हैं, जो सीडब्ल्यूसी की निगरानी में हैं। इन जलाशयों में कुल उपलब्ध संग्रहण 9.37 बीसीएम है, जो इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का 20 प्रतिशत है। पिछले वर्ष की इसी अवधि में इन जलाशयों की संग्रहण स्थिति 20 प्रतिशत थी। पिछले दस वर्षों का औसत संग्रहण इसी अवधि में इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का 33 प्रतिशत था। इस तरह चालू वर्ष में संग्रहण पिछले वर्ष की इसी अवधि में हुए संग्रहण से कम है और  यह पिछले दस वर्षों की इसी अवधि के दौरान रहे औसत संग्रहण से कम है।

 

पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में जिन राज्यों में जल संग्रहण बेहतर है उनमें पंजाब, राजस्थान, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश,  मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, एपी एवं टीजी (दोनों राज्यों में दो संयुक्त परियोजनाएं) और तेलंगाना शामिल हैं। इसी अवधि के लिए पिछले साल की तुलना में कम भंडारण होने वाले राज्य हैं – हिमाचल प्रदेश, त्रिपुरा, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु

  • Related Posts

    Seraikela-Kharsawan news :कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, चांडिल एवं गम्हरिया का उपायुक्त ने किया औचक निरीक्षण, छात्राओं से की सीधी शैक्षणिक बातचीत

    सरायकेला-खरसावां। जिले के उपायुक्त  नितिश कुमार सिंह ने बुधवार को सरायकेला-खरसावां जिला अंतर्गत चांडिल एवं गम्हरिया स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (KGBV) का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उपायुक्त ने…

    Read more

    ADITYAPUR NEWS :औद्योगिक क्षेत्र में सुरक्षा व ट्रैफिक पर एसपी की बैठक

    सरायकेला-खरसावां | आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में विधि व्यवस्था, ट्रैफिक प्रबंधन और अपराध नियंत्रण को लेकर बुधवार को एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार लुणायात की अध्यक्षता…

    Read more

    राजनीति

    Jamshedpur News :पेसा कानून पर चुप्पी को लेकर रघुवर दास का हेमंत सोरेन पर हमला

    • June 27, 2025
    Jamshedpur News :पेसा कानून पर चुप्पी को लेकर रघुवर दास का हेमंत सोरेन पर हमला

    JAMSHEDPUR NEWS :इंटर शिक्षा बंद करने पर कुणाल षाड़ंगी का विरोध, कहा- केंद्र भी ले जिम्मेदारी

    • June 25, 2025
    JAMSHEDPUR NEWS :इंटर शिक्षा बंद करने पर कुणाल षाड़ंगी का विरोध, कहा- केंद्र भी ले जिम्मेदारी

    JAMSHEDPUR NEWS :पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने हेमंत सोरेन को लिखा पत्र, PESA नियमावली लागू करने की उठाई मांग

    • June 18, 2025
    JAMSHEDPUR NEWS :पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने हेमंत सोरेन को लिखा पत्र, PESA नियमावली लागू करने की उठाई मांग

    Jamshedpur News :19 जून को जदयू महिला मोर्चा सम्मेलन, खीरू महतो व सरयू राय होंगे अतिथि

    • June 16, 2025
    Jamshedpur News :19 जून को जदयू महिला मोर्चा सम्मेलन, खीरू महतो व सरयू राय होंगे अतिथि

    JAMSHEDPUR NEWS :गोड्डा गैंगरेप पर भड़के रघुवर दास, पूछा– किसके इशारे पर दबाया गया मामला?

    • June 9, 2025
    JAMSHEDPUR NEWS :गोड्डा गैंगरेप पर भड़के रघुवर दास, पूछा– किसके इशारे पर दबाया गया मामला?

    BIHAR NEWS : पटना हवाई अड्डे के टर्मिनल के आधुनिकीकरण की बिहार के लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग अब पूरी हो गई है: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

    • May 31, 2025
    BIHAR NEWS : पटना हवाई अड्डे के टर्मिनल के आधुनिकीकरण की बिहार के लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग अब पूरी हो गई है: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी