जमशेदपुर।


झारखंण्ड अंदोलनकारीयो को जल्द चिन्हीत सरकार नही करती है तो झारखंण्ड अदोलनकारी मोर्चा के द्वारा इस मामले को लेकर व्यापक अंदोलन करेगा। ये बाते जमशेदपुर मे झारखंण्ड अदोलनकारी मोर्चा के संयोजक सुर्य सिहं बेसरा ने प्रेस वार्ता के दौरान कही . उन्होने कहा कि इस मामले को लेकर 24 जिले के उपायुक्तो को अंदोलनकारी मार्चा के द्वारा 11 अप्रैल को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौपा जाएगा .. और राज्यपाल हमारी मांगो को लेकर गंभीरता से विचार नही करती है तो सरकार के खिलाफ 22 अप्रैल को पुरे झारखंड बंद किया जाएगा.
उन्होने कहा कि हमारी प्रमुख मांगो मे झांरखड अंदोलनकारी चिन्हीत करण आयोग का समय सीमा का विस्तार करते हुए वानांचल शब्द के प्रयोग को हटाया जाए। उन्होने कहा कि बिहार मे नितीश कुमार ने बिना आयोग के गठन कर जे पी अंदोलन के शामील लोगो को पेंशन दिलाना शुरु कर दिया लेकिन झाऱखंड मे अंदोलनकारी आयोग का गठन होने के बाद भी राज्य सरकार के ओर से कोई निती निर्धारण किया गया।
उन्होने सरकार से मांग की स्थानिय निती को सरकार दो माह के भीतर परिभाषित करे । जब तक सरकार की ओर से स्थानिय निती नही बनाई जाती है तब तक सरकार कोई भी नही बहाली न करे .अगर सरकार फिर भी बहाली करती है तो झारखंण्ड अदोलनकारी मोर्चा इस मामले को लेकर सङर पर उतरेगा।और सरकार के द्वारा अंतिम सर्वे को आघार मांग कर मुलवासी को पहचान सरकार करे।
इस अवसर पर पुर्वी सिहभुम के 10 व्ल़ॉक प्रतिनिधी शामील थे.इसके अलावे शैलेन्द कुमार मैती.राजेश कुमार महतो.त्रिपाल सिह मुण्डा आदि लोग मौजुद थे.