चाईबासा ।


एक जुलाई से लागू होने जा रहे गुड्स एवं सर्विस टैक्स (जीएसटी) में व्यापारियों के हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस जिला सचिव त्रिशानु राय ने केन्द्र सरकार के इस तुगलकी फरमान पर रोष जताने के साथ विरोध किया है। त्रिशानु राय ने कहा कि जीएसटी की 18 मीटिंग होने के बाद भी कई प्रदेश इससे सहमत नहीं हैं। इसमें पांच से 28 प्रतिशत टैक्स की अलग-अलग चार दरें बनाई गयी हैं, जो गलत है। इस कानून के लागू होने के बाद वित्त मंत्री को नौ माह में ही करोड़ो रुपये राजस्व के रूप में प्राप्त होने की उम्मीद है। यह पैसा देश की जनता की जेब से ही अतिरिक्त टैक्स के रूप में वसूल किया जायेगा। इससे महंगाई बढेगी और देश में हाहाकार मचेगा। जनता के साथ ही व्यापारी भी आत्महत्या करने को विवश हो जायेंगे। रिटर्न दाखिल करने के लिए सभी कार्य इंग्लिश में करने होंगे, जो सभी व्यापारियों के लिए असंभव है। उन्होंने कहा कि सदियों की लड़ाई के बाद देश की जनता ने जिन कंपनियों को यहां से भगाकर स्वराज लाने का काम किया था, अब जीएसटी लागू होने से वहीं विदेशी कंपनियां यहां आकर अपना राज स्थापित करने का काम करेंगी। इससे छोटा और मध्यम वर्ग का व्यापारी बेरोजगार हो जायेगा।