सिमरी बख्तियारपुर(सहरसा) ब्रजेश भारती की विशेष रिपोर्ट :-
सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल क्षेत्र में ब्रांडेड कम्पनीओं के प्रोड्कट के नाम पर नकली ब्रांडेड कम्पनीओं के प्रोड्कट की बिक्री वर्षो से की जा रही है इसके बावजूद पदाधिकारियों द्वारा विक्रेताओं पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।जिससे एक ओर दुकानदार मालामाल हो रहे हैं, वहीं उपभोक्ताओं को आर्थिक दोहन के साथ-साथ शारीरिक नुकसान भी हो रहे है।
क्या है ब्रांडेड प्रोड्कट का नकली गोरखधंधा –
जानकार बताते है कि ये नकली उत्पाद ऑरिजनल उत्पाद की पैकिंग मंगवाकर, उसकी कॉपी की जाती है।नकली उत्पादों की पैकिंग पर प्रिंट रेट ऑरिजनल के लगभग बराबर ही रखा जाता, लेकिन कमीशन में बड़ा फर्क रहता है।इससे क्वालिटी पर असर पड़ना स्वाभाविक है।मोटे कमीशन के कारण स्टॉकिस्टों के जरिए इन उत्पादों की खपत भी बड़ी मात्रा में हो रही है।आम लोग सस्ती होने के चक्कर में इन्हीं उत्पादों को ज्यादा खरीदते है और जिससे उपभोक्ता ठगे जाते है।
नकली हेयर ऑयल की बिक्री जोरो पर –
अनुमंडल के विभिन्न प्रखंडो में नकली उत्पाद मिलना अब आम बात हो गई है। जिस वजह से लोग सर से बाल और चेहरे की सुंदरता तक को खो रहे है परंतु इन सभी पर मुद्दों पर प्रशासन कान में तेल डाल कर सोया है।अपने चेहरे को खुबसुरत बनाने के चक्कर में बदसुरत होते जा रहे हैं।शादी विवाह के लगन शुरु होते ही नकली सौंदर्य प्रसाधन समानों से जिले के बाजार पट गये हैं।बताया जाता है कि सरकारी अधिकारियों की अदूरदर्शिता के चलते पूरे अनुमंडल या यूँ कहे कि पूरे जिले के बाजारों में नकली सौंदर्य प्रसाधनों की बिक्री की जाती है।जो देखने में बिलकुल असली सा प्रतीत होता है। नकली सामानों का मूल्य तथा रैपर असली सामानों की तरह छपा रहता है जिसे पहचानने में लोग धोखा खा जाते है।
उदाहरण के तौर पर निहार के बदले नेहार, बोरोलीन के जगह बोरोक्लिन मिलता है।इसी तरह बोरोप्लस, फेयर एण्ड लवली, ठंडा तेल आदि कई नामी ब्रांडों के नकली माल मिल रहे है और अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में दुकानदारों द्वारा भोले-भाले ग्राहकों को असली बता कर धड़ल्ले से बेचा जा रहा है।इधर ग्राहक जब अपने बालों और चेहरे पर इस तरह के तेल और क्रिमों को लगाते हैं तो दुरगामी दुष्प्रभाव शुरु हो जाता है और अंतत: उन्हें चिकित्सकों के शरण में जाना पड़ता है।
