जमशेदपुर।
उपायुक्त अमित कुमार ने जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि सड़क सुरक्षा अत्यंत महत्व का विषय है। हम सभी सड़कों का उपयोग करते हैं। यदि दुर्घटना की संभावना है तो वह किसी के साथ भी घटित हो सकती है। उन्होंने कहा कि माननीय उच्च न्यायालय ने इस विषय को बहुत गंभीरता के साथ लिया है। साल-दर-साल सड़क दुर्घटना में होने वाली मृतकों की संख्या को कम करने का स्पष्ट निर्देश है। इससे जुड़े विभाग के लोग पूरी सजगता से कार्य करेगे तो सड़क दुर्घटना में निश्चित रुप से कमी लाई जा सकती है। उपायुक्त आज कार्यालय कक्ष में जिला सड़क सुरक्षा समिति द्वारा किए जा रहे कार्यों की मासिक समीक्षा बैठक में बोल रहे थे।
जिला में चिन्हित 19 ब्लैक स्पॉट स्थलों में किए गए परिशोधन कार्यों की जानकारी राष्ट्रीय राज्य मार्ग पथ निर्माण विभाग एवं जुस्को के प्रतिनिधियों से उपायुक्त ने ली। उपायुक्त ने प्रभावी अल्पावधि एवं दूरगामी उपाय अपनाने के निर्देश संबंधित प्रतिनिधियों को दिए। इंडियन रोड कांग्रेस द्वारा पारित मापदंडों के अनुरूप रोड मार्किंग की व्यवस्था कराने एवं कई सड़कों के मिलन बिंदु पर यातायात की विशेष सुधार की आवश्यकता उन्होंने बताई। श्री कुमार ने कहा कि दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में बोर्ड लगाएं तथा जंक्शन बिंदु पर यत्र-तत्र पार्किंग पर सख्त नियंत्रण लगाया जाए। उपायुक्त ने दृश्यता को बाधित करने वाले सभी होर्डिंग को अविलंब हटाने का निर्देश को दिए।
उपायुक्त ने कहा कि नशे की अवस्था में वाहन चलाने, यातायात लाइट सिग्नल का अनुपालन न करने, वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग करने से दुर्घटना की संभावना काफी अधिक बढ़ जाती है। इसके लिए यातायात पुलिस उपाधीक्षक को बेहतर तरीके से वाहन चेकिंग करने का निर्देश उन्होंने दिया । उन्होंने कहा कि स्थानीय रूप से एक प्रोजेक्ट इंप्लीमेंटशन यूनिट बनाया जाय जिससे की सड़क हादसे की सभी घटनाओं की मानीटरिंग हो सके । दुर्घटना होने पर सूचना का त्वरित गति से आदान-प्रदान हो सके। साथ ही प्रत्येक ब्लैक स्पॉट की भी रियल टाइम मॉनिटरिंग संभव हो सके । यदि सड़क में परिशोधन किया गया है और उसके बाद भी दुर्घटना में कमी नहीं आई है तो अन्य कारणों को भी परिहार किया जा सके। उन्होंने कहा कि दुर्घटना होने पर अन्य कार्यों को स्थगित रखा जाए प्रभावित व्यक्ति का तुरंत इलाज उपलब्ध कराया जाए। श्री कुमार ने कहा कि छुट्टी का समय होने के कारण किशोर युवकों को पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है स्टंट बाइंिकंग की सघन निगरानी करने का निर्देश यातायात पुलिस को दिया गया। उपायुक्त ने कहा कि जिला के सभी सिनेमाघरों में सड़क सुरक्षा से संबंधित वीडियो फिल्म को प्रारंभ तथा मध्यान्तराल के समय आवश्यक रूप से दिखाया जाए। ऐसा ना करने वाले सिनेमाघरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश जिला जनसंपर्क पदाधिकारी को उन्होंने दिया। साथ ही साथ ही सड़क सुरक्षा नियमों का प्रभावी तरीके से और मौलिक एवं अभिनव तकनीकों के प्रयोग से प्रचार प्रसार करने का निर्देश भी दिया। सिविल सर्जन को निर्देश देते हुए उपायुक्त ने कहा कि बढ़शोल, बहरागोड़ा श्यामसुंदरनगर, घाटशिला, गालूडीह, एमजीएम थानों में एंबुलेंस की व्यवस्था छभ्।प् द्वारा सुनिश्चित कराई जाए। साथ ही ट्रामा सेंटर में प्राथमिक उपचार कर घायल को त्वरित राहत देने की व्यवस्था तथा हेल्पलाइन नंबर संचालित करने का निदेश उन्होंने दिया।
उपायुक्त ने बड़े वाहनों तथा स्कूल वाहनों का औचक निरीक्षण करने का निर्देश जिला परिवहन पदाधिकारी को दिया। उन्होंने कहा कि समय-समय पर ज्वलनशील पदार्थ के परिवहन की भी नियमित जांच कराई जाए। सिटी बसों के परिचालन को नोटीफाइड एरिया के माध्यम से नियमित कराया जाए। उत्पाद विभाग को रात्रि के समय हाइवे पर अवस्थित ढाबों का औचक निरीक्षण करने का निर्देश उन्होंने दिया। उपायुक्त ने उपस्थित सभी पदाधिकारियों से अत्यंत सजग होकर इस दिशा में दिए गए सभी निर्देशों का अनुपालन करने को कहा। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा से संबंधित बैठक आवश्यक रूप से प्रति माह होगी और किए गए कार्यों की प्रगति का मुआयना किया जाएगा।
बैठक में जिला परिवहन पदाधिकारी, यातायात पुलिस उपाधीक्षक, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी तथा अन्य पदाधिकारीगण एवं सड़क सुरक्षा समिति के अन्य प्रतिनिधि उपस्थित थे
