महिला ट्रेन में अकेली कर सकती है सफर,यात्रा के दौरान उनके साथ उनके साथ रहेगी सहेली
जमशेदपुर।
दक्षिण पूर्व रेलवे ने महिला यात्रियो की सुरक्षित यात्रा के लिए ऑपरेशन माई सहेली नामक एक प्रोजेक्ट तैयार किया है। इसके तहत दुरगामी ट्रेनो मे यात्रा करने वाली माहिलाओ का रेलवे पूरा ख्याल रखेगी। फिलहाल यह प्रोजेक्ट दक्षिण पूर्व रेलवे ने तीन ट्रेनो में शुरु की है।
दक्षिण पूर्व रेलवे मुख्य जनसर्पक अधिकारी सजंय घोष ने बताया कि इस योजना के तहत माहिला यात्रियो को शुरुआत स्टेशन से लेकर आखिरी स्टेशन तक सुरक्षा का ख्याल रखा जायेगा। उन्होने बताया कि इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य है कि दुरगामी ट्रेनो मे यात्रा करने वाले माहिला यात्रियो को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा कर सके। उन्होने बताया कि फिलहाल यह योजना हावड़ा-यशवंतपुर दुरंतो स्पेशल, हावड़ा-अहमदाबाद स्पेशल एवं हावड़ा-मुंबई स्पेशल शुरूआत की गई है। उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में इस प्रोजेक्ट की शुरूआत अन्य ट्रेनों में भी की जायेगी।
क्या है ऑपरेशन माई सहेली
इस योजना के तहत महिला आरपीएफ की एक टीम तैयार की गयी है। ट्रेन खुलने से पहले टीम के सदस्य सभी कोच में राउंड लगायेंगी। यह टीम ट्रेन में अकेली सफर कर रहीं महिला यात्रियों से संपर्क कर उनका मोबाइल नंबर संग्रह करेंगी। 40-50 महिला यात्रियों के मोबाइल नंबर संग्रह करने के बाद यह टीम एक ब्रॉडकास्ट ग्रुप (एक तरह का व्हाट्सअप ग्रुप) बनायेगी। सफर करने के दौरान अगर महिला यात्री को किसी तरह की परेशानी होती है, तो इस ग्रुप में वह अपनी शिकायत टाइम कर देंगी। साथ ही 182 नंबर पर डायल कर वह अपनी शिकायत दर्ज करा सकती हैं।
ग्रुप में शिकायत मिलते ही महिला आरपीएफ की टीम हरकत में आयेगी और यात्री की शिकायत को अगले अधिकारी के पास फॉरवर्ड किया जायेगा, जहां पर ट्रेन का अगला पड़ाव होगा। अगले स्टेशन पर ट्रेन पहुंचते ही आरपीएफ के अधिकारी शिकायतकर्ता के पास पहुंचेंगे और आगे की कार्रवाई की जायेगी।यही नही गंतव्य स्टेशन पर उतरने के बाद भी महिला आरपीएफ की टीम यात्री से संपर्क कर उनकी यात्रा की जानकारी लेगी।
