
ललन कुमार
शेखपुरा ।
पी एम मोदी की 500 और 1000 के नोट को भारत में बंद को लेकर विरोधी राजनितिक दलों ने आज 28 नम्बर को आक्रोश दिवस के रूप में भारत बन्द का आह्वान किया है।इस आह्वान पर आज सुबह क्युल -गया सवारी ट्रेन को राजद और सीपीआई के कार्यकर्ताओं ने कुछ देर के लिए वाधित किया ।इस दौरान कार्यकर्ताओं ने पीएम मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की ।कार्यकर्ताओं ने कहा कि 500 और हजार के नोटों के प्रचलन को बंद कर दिए जाने से आम लोगों को हो रही परेशानी को देखते हुए विरोध में भारत बन्द किया गया है ।इस दौरान सुबह खुलनेवाली चाय दुकानों और राशन दुकानों और वाहनों पर भारत बन्द बेअसर दिखा ।ये सभी दुकानें खुली रही ।उन दुकानदारों ने कहा कि भ्रष्टाचार और कालेधन पर वे पीएम मोदी के साथ हैं ।नीतीश कुमार की अच्छी सोंच की भी उन्होंने तारीफ़ किया ।मुख्यमंत्री ने पीएम के इस कदम को साहसिक बताते हुए उनका समर्थन किया ।वे धन्यवाद के पात्र हैं । वहीं कांग्रेस के नेता सत्यजीत कुमार के नेतृत्व में कांग्रेस समर्थकों ने पीएम मोदी के नोट बन्दी के खिलाफ जिला मुख्यालय की सड़कों पर विरोध मार्च निकाला ।नेताओं ने कहा कि वे नोट बन्दी के खिलाफ नहीं हैं लेकिन बैंको में रूपये को लेकर हो रही आम लोंगों की परेशानी के चलते आहत हैं।किसानों ,मजदूरों,व्यवसायियों को नोट बन्दी के चलते रोजमर्रा की जिंदगी में हो रही परेशानी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा ।पहले मोदी बैंको की व्यवस्था को दुरुस्त कर लेते तब नोट बन्दी कारगर होता लेकिन ऐसा नहीं किया गया ।भारत बन्द के आक्रोश दिवस पर व्यवसायिक प्रतिष्ठानों, किसानों, मजदूरों ,वाहनों के आवागमन पर कोई असर न दिखा। आमदिनो की तरह बाजारों में दुकानें खुली रही,वाहनों का आवागमन जारी रहा ।बन्द के दौरान विपक्ष के राजनितिक दलों के कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने पीएम मोदी पर तानाशाह का आरोप लगाते हुए कहा कि देश को मोदी बर्बादी के कगार पर ले जा रहे हैं ।इस मौके पर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में श्रवण सिंह,आनंदी यादव ,इशहाक खान,भोला सिंह,देवेंद्र ठाकुर समेत अन्य लोग शामिल थे ।
