जमशेदपुर।
झारखंड मे उग्रवाद से लड़ने के लिए रांची मे जल्द ही सी आर पी एफ के महिला कपंनी को तैनात किया जाएगा। इसकी तैयारी पुरी कर ली गई है यह बाते जमशेदपुर मे सी आर पी एफ के डी जी दुर्गा प्रसाद पत्रकारो से बातचीत मे कही ।वे जमशेदपुर मे रैफ के नये बैरक का शिलन्यास करने के लिए आए थे। उन्होने कहा कि इस कंपनी के बारे मे बताया कि यह कपंनी पुरी तरह महिलाओ का होगा। उस बटालियन का नबंर231 होगा। उन्होने कहा कि वैसे सी आर पीएफ मे महिला फोर्स तो है लेकिन अलग से महिला बटालियन नही था। उन्होने कहा कि चुकि ग्रामीण क्षेत्रो मे सीआर पी एफ के जवान जब अभियान मे जाते है तो उस जगहकभी कभी महिलांए काफी संख्या मे पहुंचकर कार्य करने मे वाधा पहुंचाती है तो उस दौरान सी आर पी एफ के जवानो को काफी दिक्कतो का सामना करना पड़ता था उसी को देखते हुए सी आर पी एफ का महिला का नया कपंनी का बनाने का फैसला लिया गया है। उन्होने कहा कि इस कपंनी के लिए 300 महिला जवान को चयन कर लिया गया है। फिलहाल उनलोगो का प्रशिक्षण एक साल से पश्चिम बंगाल सालबनी मे चल रहा है।
काश्मीर मे तीन हजार से ज्यादा सी आर पी एफ के जवान घायल है
जम्मु काश्मीर मे पिलेट गन के सवाल के जबाब मे उन्होने कहा कि दंगा के दौरान जम्मु काश्मीर मे पुरे पुलिस मे दस हजार से ज्यादा जवान घायल हुए है। इसमे तीन हजार से ज्यादा तो सिर्फ हमारे जवान है।जिसमें करीब 150 जवान आज भी घायल है और अस्पताल मे ईलाज रत है। उन्होने कहा कि जहां तक पिलेट गन का सवाल है वो हमलोगो के द्वारा अंतिम मे उपयोग किया जाता है। उसमे पहले हमलोग सिवेलियन को कम नुकसान उस प्रकार के हथिय़ार का इस्तेमाल करते है।उन्होने कहा इस दौरान तो हमने अपने एक अधिकारी तक को खोया है। उन्होने साफ तौर पर कहा कि जम्मु काश्मीर मे सिवेलीयन से 10 गुणा ज्यादा जवान वहां घायल हुए है।
