नई दिल्ली, 16 दिसबंर
पाकिस्तान एक बार फिर दहला है। इस बार आतंकियों ने पेशावर के एक आर्मी स्कूल को निशाना बनाया है। प्राप्त खबरों के मुताबिक आतंकी आर्मी पब्लिक स्कूल में घुस गए और फिर फायरिंग करने लगे। इस हमले में 132 लोगों की मौत हो गई, जबकि 250 अन्य घायल हो गए। मरने वालों में 124 बच्चे हैं और बाकी स्कूल स्टाफ, सुरक्षाकर्मी और आतंकी शामिल हैं। सुरक्षाबलों ने पांचों आतंकियों को भी मार गिराया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने तीन दिनों के शोक की घोषणा की है।
उन्होंने कहा है कि देश से आतंकवाद को खत्म करना उनका मकसद है। घटना के बाद पेशावर पहुंचे शरीफ ने पत्रकारों से कहा कि इस घटना ने आतंकवाद के खिलाफ युद्ध की शुरुआत कर दी है। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि कोई इस मुगालते में न रहे उनकी सरकार देश से आतंकवाद को खत्म करने के लिए वचनबद्ध है। वह इस मुहिम में अफगानिस्तान से मिलकर काम करेंगे। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हमले की निंदा करते हुए मरने वालों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की है।
स्थानीय टीवी रिपोर्ट की मानें तो पेशावर के बिहारी कॉलोनी स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल में छह आतंकियों ने हमला किया था। यह आतंकी सुरक्षा बलों के वेश में आए थे। इनमें से एक आत्मघाती हमलावर ने स्कूल के ऑडिटोरियम के बाहर खुद को उड़ा लिया था। इस दौरान वहां मची अफरा-तफरी के बाद आतंकी स्कूल की इमारत में घुस गए और फायरिंग करने लगे।
चश्मदीदों की मानें तो आतंकी काले कपड़े में हैं और वे सुसाइड जैकेट पहने हुए हैं। घटना के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी पाकिस्तानी सेना ने पूरे इलाके को खाली करा लिया और स्कूल को चारों ओर से घेर लिया था।ऑपरेशन में टैंक और हेलिकॉप्टर की भी मदद ली जा गई। दो हेलिकॉप्टर के जरिए स्कूल के ऊपर से निगरानी करते देखे गए।
सेना ने बंधक बने 1500 बच्चों में से 1000 बच्चों को बचाया है।
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान स्कूल से बाहर आए एक छात्र ने बताया कि हमले के वक्त अधिकांश बच्चे ऑडिटोरियम में थे। स्कूल में परीक्षा भी चल रही थी। उसने बताया कि कैंटिन की ओर से पांच छह लोग आते दिखे। जब तक कोई कुछ समझ पाता, उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी।
आतंकी एक-एक कक्षा में गए और बच्चों को मारते चले गए। बच्चों ने बताया कि जैसे ही आतंकी घुसे शिक्षक ने हमें सिर नीचे करने को कहा। फिर सेना आई और हम भागे। बाहर निकले तो गलियारे में बच्चे और टीचर घायल पड़े थे।
तहरीक-ए-तालिबान ने ली जिम्मेदारी
आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक तहरीक-ए-तालिबान के प्रवक्ता ने इसे उत्तरी वजीरिस्तान में सरकार की ओर से चलाए जा रहे ऑपरेशन का बदला बताया है।हालांकि आतंकी संगठन के प्रवक्ता ने यह भी कहा कि उन्होंने अपने आतंकियों को छोटे बच्चों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाने और बड़े बच्चों को निशाना बनाने का निर्देश दिया है।
