महेंद्र प्रसाद,
सहरसा
मधेपुरा सासंद राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू यादव इन दिनों बाढ़ पीडितो के लिए हमदर्द बन गए है। लगातार बाढ़ प्रवाभित क्षेत्र का दौरा कर बाढ़ पीड़ित के दर्द को कम करने का प्रयास कर रहे है। सासंद पप्पू यादव हर उस पीड़ित के पास जाकर उनका दुःख दर्द बाँट रहा है जहा सरकार के अधिकारी नहीं पहुच रहे है है। इस समय बिहार के कई जिले भीषण बाढ़ की चपेट में है। विपक्षी पार्टी लगातार सर्कार पर बाढ़ पीडितो के साथ अनदेखा करने का आरोप लगा रहा है। खुद सासंद पप्पू यादव मोटर वोट, मोटरसाइकिल, पैदल चलकर बाढ़ पीड़ित के पास पहुच रहे है। अधिकांस शिविर में बाढ़ पीड़ित का दुःख दर्द बाटने के लिए उनके साथ बैठकर खाना कहते है। इसीलिए तो अधिकांस बाढ़ पीड़ित सासंद पप्पू यादव यादव को मसीहा मानते है।
दिल्ली के सेवा आश्रम से मिल चुकी है वाहवाही- सासंद पप्पू यादव एवं उनकी पत्नी सुपौल सासंद एवं पत्नी रंजीता रंजन के द्वारा दिल्ली स्थित आवास पर चल रहे सेवा आश्रम में लगभग 500 मरीज रहते है। उस सेवा आश्रम में बिहार ही नहीं बल्कि दूसरे प्रदेश के मरीज भी रहते है। इन मरीजो को रहने के साथ खाना भी सासंद के द्वारा दिया जाता है। इतना ही नहीं अगर किसी अस्पताल में मरीज को दिखाने में परेसानी होती है तो खुद अस्पताल पहुच कर मरीज को अस्पताल में भर्ती भी कराते है। इसीलिए तो मरीज पप्पू यादव को दिल से दुवा करते है। सासंद के इस सेवा आश्रम को वाहवाही मिल चूका है

