MADHUBANI NEWS : आर के कॉलेज की छात्रा सृष्टि ने 94.2% अंक के साथ बिहार में तीसरा और जिले एवं कॉलेज में पहला स्थान प्राप्त किया

मधुबनी के आर के कॉलेज की छात्रा सृष्टि ने 94.2% अंक के साथ बिहार में तीसरा और जिले एवं कॉलेज में पहला स्थान प्राप्त किया। आगे सी० ए० बनने की है इच्छा। बिहार में तीसरा रैंक लाकर अच्छा लगा: सृष्टि

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अजय धारी सिंह 

मधुबनी के आर के कॉलेज की छात्रा 94.2% अंक के साथ बिहार में तीसरा स्थान प्राप्त किया। सृष्टि कॉमर्स की छात्रा थी सृष्टि के माता-पिता ने कहें की काफी लग्नशील थी और कॉलेज के साथ-साथ एक निजी कोचिंग संस्था का भी सहयोग ले रही थी। जीवन में आगे सी० ए० बनने का इच्छा रखती है सृष्टि। सृष्टि ने कहा कि सबों का आशीर्वाद रहा तो निश्चित ही सफलता हासिल करेगी।

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बिहार इंटरमीडिएट की परीक्षा में तृतीय स्थान लाने वाली सृष्टि ने मीडिया के साथ बात करते हुए कहा कि बिहार में तीसरा स्थान लाकर काफी अच्छा लग रहा है। साथ ही जिला टॉपर और कॉलेज टॉपर बने हैं ये पता चलकर बहुत ही अच्छा लगा। लोग कहते हैं कि काफी सुबह उठकर तैयारी करनी चाहिए लेकिन हम इसके लिए अपना नॉर्मल रूटीन फॉलो करती थी और बस ध्यान लगा कर पड़ती थी। दो बेटियां में अपनी माता – पिता की बड़ी बेटी सृष्टि ने लड़का और लड़की के सवाल पर कहा कि लड़की अपने फैमिली को बेहतर समझती है। फिर उसकी बेहतर पता रहता है कि क्या करना है कि कैसे करना है। 10वीं की पढ़ाई उसने स्थानीय रीजनल सेकेंडरी स्कूल से 77.8% से पास की थी। साथ भी 12वीं में उसको 94.2% से पास की और बिहार में तीसरा स्थान लाई। बिहार में तीसरा स्थान के लिए मम्मी पापा, दादा – दादी और कोचिंग वाले पवन कापड़ी सर को श्रेय देना चाहते हैं।

इनके दादा प्रोफेसर शत्रुघ्न पंजीयार महिला कॉलेज मधुबनी, पिता शिशिर पंजियार (व्यवसायी) सुभाष चौक वार्ड 25 मधुबनी नगर निगम निवासी हैं। उनके पिता ने कहा कि वह शुरू से पढ़ने में लगनशील और काफी तेज तर्रार थी। आगे उसको जिस चीज में कैरियर बनाना होगा हम उसको सहयोग करते रहेंगे।

उसके टीचर और जीनियस कॉमर्स क्लासेज के पवन कापड़ी ने कहा कि सृष्टि काफी ध्यान से पढ़ाई करती थी। ओवरऑल ये बारीकी से सुनना और उसका जवाब देना मुख्य बात है। फिर उसके अगले दिन ये उस सवाल को पुनः दोहराने आती थी। कहें तो हमारे नोट्स में सृष्टि की काफी सारे बातें हैं। हम चाहेंगे कि सृष्टि जब तक मधुबनी में रहे वो कोचिंग में आएं और अन्य छात्र और छात्राएं को आकर मोटिवेट करे।

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