संजय कुमार सुमन
मधेपुरा
जिस बेटे की खुशी के लिये माँ सूर्योपासना का महापर्व छठ करे और उसकी मौत हो जायें ।समझ सकते हैं कि माँ पर क्या गुजरता होगा । कुछ ऐसा ही जिले के चौसा प्रखंड के फुलौत ओपी क्षेत्र के अजगेवा में हुआ। आज सुबह अपनी माँ को अर्ध्य देने पहुंचे मोरसंडा पंचायत के वार्ड दो अजगैवा निवासी मुरारी कुमार साह 18 वर्ष की पानी में डूबने से मौत। मुरारी सोचा जब तक अर्ध्य देने का समय होगा तब अर्ध्य देंगे तब तक तलाब में तैर कर स्नान कर लिया जाय। माँ हाथ जोड़ कर सूर्य भगवान के निकलने का इंतजार कर रही थी । मुरारी खुशी खुशी पानी में तैर रहा था। सूर्योदय हुआ और उसके परिजन मुरारी को आवाज देने लगे। माँ को अर्ध्य देने वापस आ ही रहा था कि बीच में वह डूब गया। डूब जाने की ख़बर मिलते ही माँ पार्वती का खुशी एक पल में ही काफूर हो गया और अपनी छाती पीट पीट कर इतना ही कहा रही थी कि” हमरो बेटा कय बुलाओ,सूर्य भगवान निकलेय अर्ग देतेय” पर उसे कौन समझाए की मुरारी डूब गया हैं और अब अपनी माँ को कभी भी अर्ध्य नही दे पायेगा। माँ बुझी मन से अपने पुत्र के आने का रस्ता निहार रही थी। स्थानीय लोग पानी में डूबे मुरारी को खोज रहे थे। घटना की सूचना मिलते ही बीडीओ मिथिलेश बिहारी वर्मा,थाना अध्यक्ष सुमन कुमार सिंह मौके पर पहुँचे कर गोताखोर की मदद से मुरारी को पानी से खोज निकाला। मुरारी के शव को देखते ही पिता सुधीर साह,माँ पार्वती की हालत किसी पागल से कम नही होती दिख रही थी। यही हाल उनके परिजन का भी था। खुशी का माहौल ग़म में बदल गया। मौके पर उपस्थित समिति मुकेश कुमार,मुखिया प्रतिनिध पवन मुनी किसी तरह समझा बुझा कर मुरारी के माता पिता को घर यह कह कर पहुंचाया कि मुरारी को इलाज के लिये चौसा ले गया हैं। स्थानीय लोगों ने परिजनों के दिलाशा के लिये मुरारी को चौसा अस्पताल लाया जहाँ चिकित्सकों ने ऊसर मृत घोषित कर दिया। फुलौत ओपी अध्यक्ष राजेश कुमार ने शव को अंत्यपरीक्षण के लिये मधेपुरा सदर अस्पताल भेज दिया। बताया जाता है पढ़ने लिखने में काफी अच्छा था वह इस वार इंटर के परीक्षा में शामिल होता पर भगवान को शायद कुछ और ही मंजूर था। मुरारी चार भाई और तीन बहन था। मुरारी के घर में क्या पूरे टोले में मातमी सन्नाटा पसरा है। माँ,बहन और भाई का रोते रोते हाल बुरा है।
