
संजय कुमार सुमन
मधेपुरा
सरकारी नियमों को ताक कर रख पर प्रशासन के आँखो के सामने मंदिर के पास मांस मछली की दुकानें सज गई। जो धर्मावलंबियों को नागवार गुजरा और वो प्रदर्शन पर उतारू हो गये। यह मामला है मधेपुरा जिले के चौसा प्रखंड की। प्रखंड मुख्यालय स्थित संतमत सत्संग मंदिर चौसा के बगल में माँस मछली बाजार लगने के विरोद्ध में आज बुधवार को दर्जनों श्रद्धालुंओ ने प्रखंड कार्यालय परिसर में हो हंगामा करते हुए प्रदर्शन किया और बीडीओ मिथिलेश बिहारी वर्मा को लिखित आवेदन देकर शीघ्र ही हटाने की मांग की।
मालूम हो कि किसी भी धार्मिक संस्थान के बगल में मांस मछली की बाजार लगाना कानूनन जुर्म हैं। बावजूद इसके संतमत सत्संग मंदिर चौसा के बगल में बेचा जा रहा है।इस बाजार को हटाने के लिये पूर्व में पंचायत समिति एव बीस सूत्री की बैठक में प्रस्ताव भी लिया गया बावजूद इसके इस पर स्थानीय प्रशासन द्वारा अमल में नही लाया गया।कई वार संतमत सत्संग के श्रद्धालूंओ द्वारा प्रशासन को लिखित आवेदन भी दिया गया।बावजूद इसके कोई कार्रवाई नही हो पाई। जबकि दर्जनों बार प्रशासन की गाड़ी इस रास्ते से गुजरती है। अंत में आज श्रद्धालुंओ को सड़क पर उतरना पड़ा।
दर्जनों श्रद्धालूंओ ने संतमत मंदिर चौसा के बगल में स्थापित अस्थायी मांस मछली बाजार को हटाने को लेकर प्रखंड कार्यालय चौसा परिसर में हो हंगामा करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि मांस मछली के विक्रेता सड़कों पर भी उसका टूकड़ा एव छिलका फेंक देते हैं जिसके कारण आने जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।प्रदर्शन के बाद श्रद्धालुंओ ने प्रखंड विकास पदाधिकारी मिथिलेश बिहारी वर्मा को एक लिखित आवेदन देकर यथाशीघ्र हटाये जाने की मांग की। विरोध प्रदर्शन में केदार भगत,धनिकचंद भगत,विपिन पासवान,ज्योतिष कुमार,विष्णुदेव साह,उपेंन्द्र भगत,मंजूलता भारती,जगतारनी देवी,सुमित्रा देवी आदि शामिल हैं।बीडीओ श्री वर्मा ने कहा कि लोगों की मांग जायज है।शीघ्र ही मछली बाजार को लगाया जायेगा।
