
शेखपुरा.ललन कुमारl क जमुई संसदीय क्षेत्र के सांसद चिराग पासवान ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद पर अबतक के राजनितिक सफर का सबसे बड़ा हमला किया है ।चिराग ने कहा कि 1990 के दसक में जो बिहार में चारा घोटाला हुआ था उस घोटाले के कालेधन को छिपाने के लिए ही राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने पीएम मोदी जी के नोटबन्दी का विरोध करते हुए बिहार में आंदोलन करने का फैसला लिया है क्योंकि उनको इस नोट बन्दी से व्यकिगत तौर पर ज्यादा परेशानी हो रही है । उस समय का बिहार में चारा घोटाला देश का सबसे बड़ा घोटाला था । करीब 4000 करोड़ से ऊपर का घोटाला था ।उस घोटाले का पैसा भी रिकभर नहीं हो सका । आखिर वह पैसा गया कहाँ। उन्ही के पास न होगा ।इसलिए वे मोदी जी के नोट बन्दी का विरोध कर रहे हैं । चिराग ने ये बाते शेखपुरा के स्थानीय सर्किट हाउस में पत्रकारों से कही ।उन्होंने कहा कि एक तरफ बिहार में महागठबन्धन के ही लालू प्रसाद नोट बन्दी का विरोध कर आंदोलन करने की रूपरेखा तैयार कर रहे हैं,वहीँ दूसरी तरफ जदयू सुप्रीमो और बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश जी ने देश में मोदीजी के द्वारा किये गए नोट बन्दी का समर्थन कर रहे हैं ।इससे आप महागठबन्धन की वर्तमान स्थिति का आकलन कर सकते हैं ।उन्होंने नीतीश कुमार पर सॉफ्ट कॉर्नर अपनाते हुए कहा कि यदि नीतीश जी बिहार के विकास के लिए निश्चय यात्रा कर रहे हैं तो ये तो अच्छी बात है न ।यदि वे व्यक्तिगत तौर पर इस यात्रा का राजनितिक लाभ लेना चाहेंगे तो वे इसका विरोध करेंगे ।पत्रकारों से प्रेस वार्ता से पहले सांसद ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर केंद्र प्रायोजित योजना का हाल भी जाना ।वे कार्यकर्ताओं को आवश्यक दिशा निर्देश भी देते दिखे । इस मौके पर लोजपा जिलाध्यक्ष शेखर पासवान,भाजपा के जिला मंत्री नवल पासवान,संजीत प्रभाकर,कौशलेंद्र प्रसाद सिंह,चंद्रभूषण कुशवाहा समेत दर्जनों एनडीए कार्यकर्ता मौजूद थे ।
