जमशेेेदपुर।
वीमेंस कॉलेज में शुक्रवार को भौतिकी विभाग और आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आईक्यूएसी) के संयुक्त संयोजन में अंतरराष्ट्रीय वेबिनार का सफल आयोजन संपन्न हुआ। वेबिनार का विषय था ‘सिक्स्टी ईयर्स ऑफ लेजर’। उद्घाटन वक्तव्य देते हुए प्राचार्या प्रो डॉ शुक्ला महांती ने कहा कि भौतिकी विज्ञान ने मानव जीवन में आमूल-चूल बदलाव लाया है। लेजर तकनीकी उसमें अहम है। बड़े बड़े आविष्कारों से लेकर रोजमर्रा के जीवन में लेजर तकनीकी किसी न किसी रूप में मौजूद है। इसलिए बदलते समय में विज्ञान की चर्चा और वैज्ञानिक सोच का विकास जरूरी होता जा रहा है। उन्होंने रिसोर्स पर्सन का स्वागत किया और उम्मीद जताई कि यह अंतरराष्ट्रीय वेबिनार एक महत्वपूर्ण आयाम जोड़ेगा। बतौर वक्ता आईएसएम, धनबाद के प्रो ए के निराला ने बीज वक्तव्य दिया। नेक्स्ट जेन टेक्नोलॉजी इंक, शिकागो, यूएसए के सेमीकंडक्टर डिवाईस रिसर्च एण्ड प्रोडक्ट डेवलपमेंट विभाग के निदेशक डाॅ निरमलेंदु देव ने इंटरफियरेंस लेज़र लिथोग्राफी फाॅर माइक्रो एण्ड नैनो डिवाईस फैब्रिकेशन पर प्रस्तुति दी। एनआईटी, जमशेदपुर के प्रोफेसर हीरालाल यादव ने एप्लीकेशन ऑफ लेजर : होलोग्राफिक एण्ड होलोग्राफिक ऑप्टिकल एलीमेन्ट विषय पर बातें रखीं। प्रतिभागीयों द्वारा पूछे गये सवालों के जवाब रिसोर्स पर्सन ने दिये। इस एक दिवसीय वेबिनार का संचालन व संयोजन राजेन्द्र जायसवाल तथा धन्यवाद ज्ञापन आईक्यूएसी समन्वयक डॉ रत्ना मित्रा ने किया। वेबिनार में आयोजन सचिव की जिम्मेदारी डॉ नूतन चंद्रा ने निभाई। गूगल मीट ऐप्लीकेशन के माध्यम से करीब 150 प्रतिभागियों ने देश विदेश से हिस्सा लिया। कुल 660 पंजीकृत प्रतिभागीगण ने लाईव स्ट्रीमिंग के मार्फत अपनी प्रतिभागिता की। तकनीकी समन्वयन बी विश्वनाथ राव, तपन कुमार मोदक और ज्योतिप्रकाश महांती ने किया।
