जमशेदपुर। शहर की धार्मिक संस्था श्री श्री श्याम भटली परिवार टाटानगर के सदस्य मंगलवार को मूंडरू श्याम मन्दिर पहुॅचकर पूजा अर्चना की। मूंडरू श्याम मंदिर के मुख्य पुजारी एवम मंदिर समिति के कोषाध्यक्ष सोहन ने भटली परिवार टाटानगर के सदस्यों को बाबा श्याम का प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। सम्मानित होने के दौरान ललीत डाँगा, ,प्रवीण भालोटिया ,मनीष सिंघानियां समेत सभी 41 सदस्य उपस्थित थे।
1656 में बना था बाबा का मंदिरः- मालूम हो कि इतिहासकारों के मुताबिक यहां स्थित बाबा श्याम के मंदिर की स्थापना 400 साल पुरानी मानी जाती है। ठाकुर हरदय राम ने मूंडरू कस्बे को 1616 में बसाया था। उन्होंने ही 1656 में बाबा श्याम का मंदिर बनवाया था, जो कालांतर में भौगोलिक परिवर्तनों के चलते धरती के गर्भ में समा गया था। 80 के दशक में मूंडरू कस्बा भारी बारिश के चलते जलमग्न हो गया था। बारिश के पानी के कटाव के चलते गहरा गड्ढा बन गया, जहां खुदाई करने पर बाबा श्याम का प्राचीन मंदिर मिला जिसमें बाबा श्याम की प्रतिमा स्थापित थी। बाद में ग्रामीणों ने दूसरी मंजिल का निर्माण कर खुदाई में निकली प्रतिमा को ऊपर की मंजिल पर स्थापित किया तथा नीचे गर्भ गृह में बाबा श्याम की प्रतीकात्मक प्रतिमा रखी गई। यहां आने वाले श्रद्धालुओं को बाबा श्याम की दो प्रतिमाओं के दर्शन करने का सौभाग्य मिलता है।
Comments are closed.