जमशेदपुर।
दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर रेल मंडल के अंतर्गत आने वाले टाटानगर रेलवे स्टेशन का कायाकल्प अब तय हो चुका है। स्टेशन को एयरपोर्ट जैसी आधुनिक सुविधाओं से लैस करने के लिए 550 करोड़ रुपये की लागत से री-डेवलपमेंट कार्य शुरू हो गया है। वहीं, 400 करोड़ रुपये की लागत से वंदे भारत कोचिंग डिपो और मॉडर्न कोचिंग कॉम्प्लेक्स भी यहीं बनाया जाएगा।
भूमि पूजन के साथ शुरू हुई परियोजना
शुक्रवार को टाटानगर रेलवे स्टेशन परिसर में आयोजित भूमि पूजन समारोह के साथ इस परियोजना की औपचारिक शुरुआत की गई। दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक अनिल कुमार मिश्रा और चक्रधरपुर रेल मंडल के डीआरएम ने संयुक्त रूप से भूमि पूजन किया। इस मौके पर जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो, रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
स्टेशन बनेगा एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं वाला
महाप्रबंधक मिश्रा ने कहा कि टाटानगर स्टेशन का पुनर्विकास अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत किया जा रहा है। पुनर्निर्माण के बाद स्टेशन को पूरी तरह से आधुनिक स्वरूप मिलेगा, जो सुविधाओं के मामले में एयरपोर्ट की तर्ज पर होगा।फिलहाल यहां 5 प्लेटफॉर्म हैं, लेकिन पुनर्विकास के बाद प्लेटफॉर्म की संख्या 5 से बढ़कर 10 हो जाएगी। स्टेशन परिसर में यात्रियों के लिए तीन मंजिला मुख्य भवन और दक्षिण दिशा में छह मंजिला आधुनिक बिल्डिंग तैयार की जाएगी। इसमें लिफ्ट, एस्केलेटर, वेटिंग लाउंज, टिकट काउंटर, एसी हॉल और डिजिटल सूचना प्रणाली जैसी सुविधाएं होंगी।
यह परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ऑनलाइन उद्घाटित राष्ट्रीय री-डेवलपमेंट प्रोजेक्ट का हिस्सा है। इसकी निर्धारित समयसीमा 36 महीने रखी गई है। कार्य पूरा होने के बाद टाटानगर रेलवे स्टेशन को देश के मॉडर्न रेलवे हब के रूप में नई पहचान मिलेगी।
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पुनर्विकास योजना अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत
सांसद विद्युत वरण महतो ने बताया कि उन्होंने रेल मंत्री से चर्चा कर टाटानगर स्टेशन को ए श्रेणी का दर्जा दिलाने का प्रयास किया था। अब यहां 284 करोड़ रुपये की लागत से सेकंड एंट्री गेट (बर्मामाइंस छोर) पर निर्माण कार्य प्रारंभ हो चुका है। पूरे प्रोजेक्ट पर करीब 550 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
भविष्य में बनने वाले वंदे भारत कोचिंग डिपो और मॉडर्न कोचिंग कॉम्प्लेक्स से टाटानगर को पूर्वी भारत का प्रमुख रेल केंद्र बनाया जाएगा। इसके साथ ही मालगाड़ियों के संचालन के लिए अलग फ्रेट यार्ड तैयार किया जाएगा।
महाप्रबंधक ने दौरे के दौरान स्टेशन के पार्किंग एरिया और उपयोग होने वाले हिस्सों का भी निरीक्षण किया तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
