जमशेदपुर,: टाटा स्टील को उसके प्रमुख ब्रांड ‘टाटा ड्यूरेको’ के लिए “मोस्ट इनोवेटिव मैटेरियल” श्रेणी में राहस्ता अवॉर्ड 2025 का विजेता चुना गया
टाटा ड्यूरेको (ग्राउंड ग्रैन्युलेटेड ब्लास्ट फर्नेस स्लैग), टाटा स्टील के इंडस्ट्रियल बाई-प्रोडक्ट्स मैनेजमेंट डिवीजन (आईबीएमडी) द्वारा प्रस्तुत एक सीआईआई-ग्रीनप्रो प्रमाणित ग्रीन प्रोडक्ट है, जिसका व्यापक रूप से देशभर में विभिन्न राष्ट्र-निर्माण परियोजनाओं में उपयोग किया जा रहा है। ब्लास्ट फर्नेस स्लैग से तैयार यह डाउनस्ट्रीम प्रोडक्ट हमारा प्रमुख ब्रांड है, जो सतत और हरित समाधान के माध्यम से निर्माण सामग्रियों के भविष्य को नया स्वरूप दे रहा है।
टीम IBMD ने टाटा स्टील की ओर से यह अवॉर्ड प्राप्त किया। अवॉर्ड समारोह 4 सितम्बर को मुंबई के जियो कन्वेंशन सेंटर में आयोजित किया गया था।
टाटा ड्यूरेको (ग्राउंड ग्रैन्युलेटेड ब्लास्ट फर्नेस स्लैग) का व्यापक उपयोग राष्ट्रीय राजमार्गों और क्षेत्र में बुनियादी अवसंरचना विकास के निर्माण कार्यों में किया जा रहा है। इसका बड़े पैमाने पर उपयोग राष्ट्र-निर्माण की प्रमुख परियोजनाओं में किया गया है, जिनमें वृंदावन चंद्रोदय मंदिर, पटना में गंगा नदी पुल, ओडिशा में बैतरणी पावर प्लांट जैसी प्रतिष्ठित परियोजनाएँ शामिल हैं। इस प्रकार, यह पूरे भारत में ग्रीन कंस्ट्रक्शन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
टाटा स्टील को सतत् अभ्यासों को बढ़ावा देने के निरंतर प्रयासों तथा अपशिष्ट और बाय-प्रोडक्ट मैनेजमेंट को बड़े पैमाने पर अग्रणी रूप से अपनाने के लिए भी सराहा और सम्मानित किया गया।

