सोना देवी विश्वविद्यालय के फ्रेशर्स वीक के दूसरे दिन खेल प्रशिक्षिका कोमल सिन्हा ने विद्यार्थीयों को जीवन में खेल के महत्व के बारे में बताया. उन्होंने मेजर ध्यानचंद के जीवनी के बारे में भी बताया. खेल प्रशिक्षक डॉ अनिल जॉन बिलुंग ने अलग अलग खेल के बारे में जानकारी दी. उन्होंने विद्यार्थीयों को उन इनडोर गेम तथा आउट डोरगेम के बारे में बताया जो सोना देवी विश्वविद्यालय में उपलब्ध हैं. आज के पहले सत्र में फ्रेशर्स वीक कार्यक्रम में सिस्टर निवेदिता विश्वविद्यालय, कोलकाता में कंप्यूटर विज्ञान के प्रोफेसर, प्रो. डॉ. राणा मजूमदार इस अवसर पर वर्चुअल रूप से जुड़े. प्रो. मजूमदार ने हमारे नए छात्रों को एक प्रेरक भाषण दिया. उन्होंने उन्हें अपनी शैक्षणिक यात्रा को पूरे जोश और अनुकूलनशीलता के साथ अपनाने के लिए प्रेरित किया, साथ ही उन्हें याद दिलाया कि सफलता निरंतर सीखने से ही मिलती है.
READ MORE ; AAJ KA RASIFAL : 29 अगस्त 2025 शुक्रवार का पंचांग और राशिफल जानें पं कुंतलेश पाण्डेय की जुबानी
उन्होंने तकनीकी प्रगति की तीव्र गति के बारे में बात की और छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) को एक खतरे के रूप में नहीं, बल्कि भविष्य के लिए एक शक्तिशाली उपकरण के रूप में देखने के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने उन्हें कौशल बढ़ाने, वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने और विविध क्षेत्रों में अवसर पैदा करने के साधन के रूप में एआई को अपनाने के तरीके के बारे में मार्गदर्शन दिया. सिस्टर निवेदिता यूनिवर्सिटी कोलकाता के प्राध्यापक डॉ राणा मजुमदार ने छात्र छात्राओं को बताया कि जीवन में पढाई के साथ साथ खेल भी जरूरी है. सोना देवी विश्वविद्यालय की एचआर श्रीमति सोमा पात्रा ने विद्यार्थीयों को बताया कि जीवन में खेल के माध्यम से ही सहयोग और प्रतियोगिता की भावना को अच्छी तरह से सीखा जा सकता है. जिस तरह खेल में टीम वर्क का महत्व है उसी तरह जीवन में सफल होने के लिए व्यक्ति में सहयोग के साथ ही प्रतियोगिता की भावन भी होनी चाहिए. इन्होंने विद्यार्थीयों को अनुशासन का महत्व बताया साथ ही कहा कि खेल हो या पढाई जीवन में सफल होने के लिए अनुशासन बहुत जरूरी है. इस अवसर पर कई खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया और विजेता प्रतिभागियों को मेडल और प्रमाण पत्र प्रदान किया गया.


