जमशेदपुर
हूल दिवस के अवसर पर जमशेदपुर के सांसद श्री विद्युत वरण महतो ने वीर सिदो-कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए और नमन किया। इस दौरान उन्होंने झारखंड वासियों को शुभकामनाएं दी और देश की आजादी के इस अद्वितीय अध्याय को याद करते हुए वीर योद्धाओं के आदर्शों पर चलने की अपील की।
सांसद महतो ने कहा कि हूल दिवस केवल एक ऐतिहासिक दिन नहीं, बल्कि झारखंड की अस्मिता और आत्मबलिदान की पहचान है। सिदो-कान्हू जैसे वीरों ने अंग्रेजों की दमनकारी नीतियों के खिलाफ बगावत कर एक नई चेतना को जन्म दिया, जो आने वाले स्वतंत्रता संग्राम का आधार बना।
उन्होंने कहा, “यह दिन हमें हमारी जड़ों से जुड़ने और अपने इतिहास को समझने का अवसर देता है। हमें गर्व है कि झारखंड की धरती से ऐसे महान योद्धाओं ने जन्म लिया जिन्होंने अपनी मातृभूमि के लिए प्राणों की आहुति दी।”
सांसद ने झारखंड की जनता से आह्वान किया कि वे सिदो-कान्हू के आदर्शों को आत्मसात करें और राज्य की समृद्धि और विकास के लिए एकजुट होकर कार्य करें। उन्होंने बल दिया कि संस्कृति और परंपराओं की रक्षा ही असली राष्ट्र निर्माण की नींव है।
अपने संबोधन में श्री महतो ने यह भी कहा कि “हमें अपनी नई पीढ़ी को अपने महान इतिहास से परिचित कराना चाहिए ताकि वे अपनी पहचान और संस्कृति पर गर्व कर सकें।” उन्होंने यह संदेश दिया कि हूल दिवस केवल स्मरण का नहीं, बल्कि प्रेरणा लेने और आगे बढ़ने का दिवस है।
इस अवसर पर अनेक पार्टी कार्यकर्ता, स्थानीय नागरिक और बुद्धिजीवी भी उपस्थित थे, जिन्होंने वीर सिदो-कान्हू अमर रहें के जयघोष के साथ क्रांति की उस ज्वाला को याद किया जिसने झारखंड को इतिहास में अमर बना दिया।


