रांची/जमशेदपुर:
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, झारखंड की ओर से आईपीएच कैंपस, नामकुम (रांची) में 22 जुलाई से 28 जुलाई 2025 तक आरोग्य जागरूकता सप्ताह का आयोजन किया गया। इस सप्ताह स्वास्थ्य से संबंधित सभी विभागों द्वारा जागरूकता हेतु स्टॉल लगाए गए, जिनमें कुष्ठ विभाग का स्टॉल प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहा।
स्टॉल पर मौजूद डॉ. सुहैल अंसारी (जिला कुष्ठ परामर्शी, रांची) और राजेश्वर कुमार ने लोगों को कुष्ठ रोग के लक्षण, प्रकार, उपचार, दिव्यांगता की रोकथाम और चिकित्सीय पुनर्वास की जानकारी दी। इस अवसर पर पूर्वी सिंहभूम के जिला कुष्ठ परामर्शी डॉ. राजीव लोचन महतो ने भी स्टॉल का निरीक्षण किया और इसे सराहनीय प्रयास बताया।
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डॉ. राजीव ने बताया कि कुष्ठ रोग की पहचान प्रारंभिक स्तर पर होने से दिव्यांगता से बचाव संभव है और इसका इलाज पूरी तरह मुमकिन है। एमडीटी (MDT) दवा सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर नि:शुल्क उपलब्ध है।
इसके साथ ही डॉ. राजीव ने जानकारी दी कि 1 अप्रैल 2025 से खोजे गए नए कुष्ठ मरीजों को सरकार द्वारा प्रति माह ₹500 की दर से फूड सप्लीमेंट्स के लिए राशि दी जा रही है। पीबी (PB) मरीजों को ₹3000 और एमबी (MB) मरीजों को ₹6000 सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांसफर किया जा रहा है।
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इस आयोजन को आमजन, स्वास्थ्यकर्मियों और विशेषज्ञों ने अत्यंत सराहा और कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से समाज में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ेगी और रोगों के प्रति मिथकों का अंत होगा।

