जमशेदपुर।
जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो ने दक्षिण पूर्व रेलवे की 105वीं क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति (ZRUCC) की बैठक में अपने क्षेत्र से जुड़ी लगभग 50 महत्वपूर्ण मांगें रेल प्रशासन के समक्ष रखीं। यह बैठक शुक्रवार को कोलकाता के ताज बंगाल होटल में आयोजित हुई, जिसमें चक्रधरपुर और खड़गपुर रेल मंडल से संबंधित कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई।
सांसद महतो ने विशेष रूप से टाटा–कटिहार एक्सप्रेस (28181/28182) के स्पीडअप और विस्तार का मुद्दा उठाया। उन्होंने बताया कि यह ट्रेन प्रतिदिन दोपहर 3 बजे के आसपास कटिहार स्टेशन पहुंचती है और वहां लगभग 24 घंटे से अधिक समय तक खड़ी रहती है। इसके बाद यह अगले दिन दोपहर 3:10 बजे कटिहार से टाटा के लिए गाड़ी संख्या 28182 बनकर लौटती है।
महतो ने कहा कि यह ठहराव यात्रियों के हित में उपयोगी नहीं है और रेलवे चाहे तो इस ट्रेन की गति बढ़ाकर व रूट का विस्तार सीतामढ़ी या रक्सौल तक कर सकता है। उन्होंने सुझाव दिया कि ट्रेन को बरौनी से कटिहार के बीच तेज गति से चलाते हुए इसका विस्तार पूर्णिया, अररिया कोर्ट, फारबिसगंज, ललितग्राम, राधोपुर, सरायगढ़, निर्मली, झंझारपुर (दरभंगा बायपास), शीशो और सीतामढ़ी होते हुए रक्सौल तक किया जाए।
उन्होंने बताया कि कटिहार से रक्सौल की दूरी लगभग 388 किलोमीटर, सीतामढ़ी तक 306 किलोमीटर और झंझारपुर तक 205 किलोमीटर है। सांसद ने कहा कि यदि रेलवे इन तीन स्थानों में से किसी एक तक विस्तार कर देता है, तो कोसी क्षेत्र और नेपाल तराई में रहने वाले यात्रियों को सीधी रेल सुविधा का लाभ मिलेगा। यह न केवल झारखंड-बिहार संपर्क को मजबूत करेगा, बल्कि नेपाल सीमा क्षेत्र के यात्रियों को टाटानगर और झारखंड के औद्योगिक इलाकों तक सीधे यात्रा की सुविधा भी प्रदान करेगा।
बैठक में सांसद ने कई अन्य प्रमुख मांगें भी रखीं — जिनमें भुवनेश्वर–नई दिल्ली तेजस राजधानी एक्सप्रेस का फेरा बढ़ाना, टाटानगर–जयपुर और टाटा–काटपाड़ी–तिरुपति–बेंगलुरु के बीच नई ट्रेन सेवा की शुरुआत शामिल है। इसके अलावा शालीमार–गोरखपुर ट्रेन को सप्ताह में तीन दिन चलाने, टाटा–रांची इंटरसिटी एक्सप्रेस को डाल्टनगंज तक बढ़ाने, टाटा–गोड्डा साप्ताहिक एक्सप्रेस का फेरा बढ़ाकर घाटशिला तक विस्तार करने की भी मांग की गई।
सांसद ने कालीमाटी एक्सप्रेस, बिरसा मुंडा एक्सप्रेस और अंत्योदय एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों को, जो कोविड काल में बंद कर दी गई थीं, पुनः प्रारंभ करने की मांग की। उन्होंने धालभूमगढ़ रेलवे स्टेशन पर फुट ओवर ब्रिज, बारीगोड़ा और गोविंदपुर में रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण, तथा परसुडीह में ओवरब्रिज निर्माण की भी मांग रखी।
सांसद महतो ने कहा कि गोविंदपुर रेलवे स्टेशन को आदित्यपुर स्टेशन के तर्ज पर विकसित किया जाए ताकि टाटानगर स्टेशन पर पड़ने वाला दबाव कम हो सके। उन्होंने सेकंड एंट्री गेट पर ड्रॉपिंग लाइन, स्टेशन पार्किंग में यात्रियों से दुर्व्यवहार पर सख्त कार्रवाई, और एटीएम सुविधा पुनः बहाल करने की भी बात कही।
अंत में सांसद ने टाटा–तमाड़–बुंडू–रांची रेलवे लाइन निर्माण की अद्यतन स्थिति प्रस्तुत करने का आग्रह किया।
बैठक में दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक और अन्य वरीय अधिकारियों ने सभी बिंदुओं पर सकारात्मक रुख अपनाते हुए समुचित और समयबद्ध कार्रवाई का आश्वासन दिया।

