जमशेदपुर। घाटशिला प्रखंड के दामपाड़ा क्षेत्र के भदुआ गांव स्थित फुटबॉल मैदान में रविवार को आदिवासी भूमिज-मुंडा समाज का भव्य मिलन समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्राम प्रधान जितेन मानकी ने की। समारोह में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन, भाजपा प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन, आदिवासी भूमिज-मुंडा समाज के जिला सचिव जुगल सिंह सरदार, सरदार वाहिनी के जिलाध्यक्ष रणजीत सिंह, जिप सदस्य कुसुम पूर्ति, देवयानी मुर्मू और निशा सोरेन सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
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समारोह को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि भारत की आजादी की लड़ाई का इतिहास आदिवासी समाज के योगदान के बिना अधूरा है। उन्होंने कहा, “यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि इतिहासकारों और सरकारों ने इन महापुरुषों के योगदान को वह सम्मान नहीं दिया, जिसके वे हकदार हैं।”
उन्होंने घोषणा की कि इस वीरभूमि पर एक शहीद पार्क का निर्माण कराया जाएगा, ताकि आने वाली पीढ़ियां अपने पुरखों की वीरता, संघर्ष और गौरवशाली इतिहास से परिचित हो सकें। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा, मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा, वीर रघुनाथ सिंह, वीर गंगा नारायण सिंह जैसे महान विभूतियों ने समाज को नई दिशा दी है। उन्होंने कहा कि समाज का यह उत्साह और एकता घाटशिला में परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त करेगी।
समारोह के दौरान गंगा नारायण सिंह और सिदो-कान्हू के वंशजों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर ग्रामीणों ने अपने पारंपरिक परिधान और नृत्य के साथ एकजुटता का प्रदर्शन किया।
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झारखंड का विकास केवल भाजपा ही कर सकती है: बाबूलाल सोरेन
वहीं, भाजपा प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन ने कहा कि झारखंड राज्य भाजपा की देन है और विकास केवल भाजपा ही कर सकती है। उन्होंने कहा, “मैं अपने पिता के बताए मार्ग पर चलकर इस क्षेत्र के विकास और जनसेवा में पूरी निष्ठा से कार्य करूंगा।” उन्होंने कहा कि भाजपा झारखंड को सशक्त और आत्मनिर्भर राज्य बनाने के लिए निरंतर कार्यरत है।
इस अवसर पर सरदार वाहिनी के जिलाध्यक्ष रणजीत सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने कभी झारखंड का भला नहीं चाहा। उन्होंने कहा कि झारखंड आंदोलन में जयपाल सिंह मुंडा की अग्रणी भूमिका के बावजूद उन्हें वह सम्मान नहीं दिया गया, जिसके वे हकदार थे। उन्होंने आदिवासी समाज से आह्वान किया कि वे अपनी एकता और परंपरा को मजबूत रखें, ताकि आने वाली पीढ़ियां अपने गौरवशाली अतीत पर गर्व कर सकें।


