जमशेदपुर/आदित्यपुर
लोक आस्था के महापर्व छठ के तीसरे दिन जमशेदपुर और आदित्यपुर में लाखों छठ व्रतधारियों ने उगते सूर्य को अर्घ्य दिया. विभिन्न छठ घाटों पर जब सामूहिक रुप से श्रद्धालुओं ने शाम का अर्घ्य दिया, तो वह अलौकिक वातावरण अलग ही समां बांध रहा था. शाम पांच बजकर 11मिनट पर जमशेदपुर में सूर्यास्त हुआ, जिसके बाद महिला और पुरुष छठ व्रतधारियों ने ठेकुआ, फल, नारियल, गन्ना, धूप, दीप, अगरबत्ती, हल्दी और अन्य सामग्रियों को एक साथ बांस के सूप में रखकर भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया. उससे पहले श्रद्धालु छठ घाटों पर आकर पानी में खड़े होकर सूर्य के अस्त होने का इंतजार किए.
उधर बड़ी संख्या में लोगों ने अपने छत पर और कृत्रिम घाटों या मिट्टी खोदकर बनाए गए घाटों के किनारे शाम का अर्घ्य दिया. छठ घाटों की भीड़ को देखते हुए पिछले कुछ सालों से यही प्रचलन है. छठ घाटों पर प्रशासन की ओर से चेंजिंग रुम बनाए गए हैं. किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ की तैनाती की गई थी


