
रांची/जमशेदपुर। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय प्रवक्ता और पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने दिशोम गुरु शिबू सोरेन जी के निधन पर गहरा दुख प्रकट करते हुए कहा है कि यह झारखंड की आत्मा को झकझोर देनेवाली अपूरणीय क्षति है। उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा कि बाबा शिबू सोरेन केवल एक राजनीतिक व्यक्तित्व नहीं, बल्कि झारखंडी अस्मिता के प्रतीक और आंदोलन की आत्मा थे।

कुणाल षाड़ंगी ने कहा, “झारखंड आंदोलन के जननायक, प्रेरणास्रोत, झारखंड मुक्ति मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद बाबा शिबू सोरेन जी का निधन सिर्फ एक युग का अंत नहीं, बल्कि झारखंड की पहचान और स्वाभिमान को गहराई से झकझोरनेवाली क्षति है।”
उन्होंने कहा कि राज्य के लिए उनके संघर्ष और बलिदान को इतिहास स्वर्णाक्षरों में सदैव याद रखेगा। झारखंड को अलग राज्य का दर्जा दिलाने के लिए बाबा ने जो आंदोलन खड़ा किया, वह आज भी लाखों झारखंडवासियों के लिए प्रेरणा है।
“मेरे लिए यह सिर्फ राजनीतिक नहीं, व्यक्तिगत रूप से भी बहुत बड़ी क्षति है,” उन्होंने भावुक शब्दों में कहा।
साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि यह समय झामुमो के लिए अत्यंत कठिन है, क्योंकि वरिष्ठ नेता और वर्तमान शिक्षा मंत्री श्री रामदास सोरेन भी गंभीर रूप से अस्वस्थ हैं और जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
“मन शोकाकुल है, हृदय व्यथित है, परंतु बाबा के दिखाए मार्ग पर चलकर झारखंड की सेवा में समर्पित रहना ही उनकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।”


