जमशेदपुर।
झारखंड के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री एवं पूर्व विधायक डॉ. दिनेश कुमार षड़ंगी ने हाल ही में हुए राजनीतिक बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। एक निजी साक्षात्कार में उन्होंने भाजपा जिला अध्यक्ष चंडी चरण साव को चेतावनी देते हुए कहा कि राजनीति का स्तर इतना गिरना नहीं चाहिए कि किसी के परिवार की मर्यादा पर सवाल उठाए जाएँ।
डॉ. षड़ंगी ने स्पष्ट किया कि भाजपा जिला अध्यक्ष चंडी चरण कुणाल पर राजनीति से जुड़े कितने भी आरोप लगा सकते हैं, लेकिन उनके स्वर्गीय भाई और पुत्र के रिश्ते को लेकर की गई ओछी टिप्पणी न तो उचित है और न ही बर्दाश्त की जाएगी। उन्होंने कहा,
“राजनीतिक द्वेष की पराकाष्ठा तब दिखती है जब कोई अपनी सीमाएं लांघकर परिवार की गरिमा तक टिप्पणी करने लगे। चंडी चरण साव का यह बयान दुर्भाग्यपूर्ण, असत्य और निराधार है।”
पूर्व मंत्री ने यह भी बताया कि उनके पुत्र कुणाल अपने चाचा के लगभग छह महीने तक चलने वाले इलाज के दौरान दिल्ली और मुंबई कई बार मिलने गए थे। अंतिम समय में भी वह उनके साथ मुंबई में उपस्थित थे। इस तथ्य की सार्वजनिक रूप से पुष्टि भी है।
डॉ. षड़ंगी ने कहा कि भाजपा जिला अध्यक्ष द्वारा दी गई भ्रामक और अनर्गल टिप्पणियाँ न केवल उनके पुत्र बल्कि उनके स्वर्गीय भाई और पूरे परिवार की गरिमा को ठेस पहुँचाती हैं। उन्होंने साफ कहा कि राजनीति विचारों की होनी चाहिए, व्यक्तिगत हमलों की नहीं।
पूर्व मंत्री ने चेतावनी दी कि यदि 48 घंटे के भीतर सार्वजनिक माफी नहीं मांगी गई तो वे मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे। डॉ. षड़ंगी के अनुसार, राजनीतिक बहस में व्यक्तिगत हमलों की कोई जगह नहीं है, और किसी भी राजनीतिक विरोधी को परिवार की मर्यादा का उल्लंघन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
इस घटना से राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। विशेषज्ञ मान रहे हैं कि यह मामला अब मीडिया और जनता के ध्यान में आने के बाद और अधिक चर्चा का विषय बन सकता है। डॉ. षड़ंगी ने यह भी जोर देकर कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए राजनीतिक नैतिकता और व्यक्तिगत मर्यादा का पालन करना बेहद आवश्यक है।

