
ललन कुमार
शेखपुरा।
.जहां एक ओर पूरा देश भीषण ठण्ड में डूबा है ।पुरे जीव जंतु इस ठण्ड से बचाव के लिए अस्त व्यस्त देखे जा रहे हैं ।वहीँ बिहार के सरकारी अस्पतालों में ठण्ड से बचाव के लिए और मच्छरों के प्रकोप से बचाने के लिए मरीजों के नाम पर कम्बल और मच्छर दानी खरीद के नाम पर अस्पतालों में करोड़ों रूपये का पर्दाफाश हुआ है और बिहार सरकार इस मामले में बेखबर है । यह खुलासा सीपीआई के जिला सचिव प्रभात कुमार पाण्डेय ने की है ।उन्होंने बिहार सरकार पर यह आरोप लगाते हुए कहा कि सरकारी अस्पतालों में मरीजों को ठण्ड से बचाव के लिए जो कम्बल और मच्छर दानी खरीदे गए हैं पुरे बिहार मे करोड़ों का घोटाला किया गया है । उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल हो या पीएचसी हो, कहीं भी मरीजों को न बेडसीट दिया जा रहा है ,न तो मच्छर दानी दी जा रही है और न 9 डिग्री पारा पहुंचने के बाद भर्ती मरीजों को कम्बल ही अस्पतालों में दी जा रही है । सरकार ने जो लाखो -करोड़ो रूपये से कम्बल और मच्छर दानी -बेडसीट खरीद की आखिर वे कहां गये ।सच तो यह है कि या तो खरीदे गए कम्बल -मच्छर दानी स्टोर कीपर के द्वारा बाजारों में बेच दिया गया या खरीद ही नहीं की गयी होगी ।केवल कागजी खाना पूर्ति कर राशि निकाल ली गयी ,जिसके चलते अस्पतालों में इस भीषण ठण्ड में भी भर्ती मरीजों को कम्बल नहीं दी जा रही है । उन्होंने ने कहा कि करोड़ों के हुए इस घोटाले से बिहार सरकार अंधी बनी है । ऊंच स्तरीय जांच कराकर सरकार देख ले तो समझ में सरकार को भी आ जाएगी ।श्री पांडेय के इन आरोपों की तह तक जाने की कोशिश की है हमारे शेखपुरा संवाद दाता ने ।सदर अस्पताल शेखपुरा पहुंचने के बाद हमारे संवाददाता की पहली मुलाकात कम्बल ,बेडसीट और मच्छरदानी के स्टोर इंचार्ज सुशांत सिंह से हुई ।ये हैं स्टोर इंचार्ज के साथ उनकी बात चित की वीडियो ।
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वीडियो ही सच ब्यान कर रहा है कि पहले अपने आपको सुशांत सिंह स्टोर इंचार्ज होने की बात को छिपाने की कोशिश की है ।फिर भी कुछ मरीजों को मिलने वाले कम्बल,मच्छरदानी और बेडसीट की आंकड़े लेने की जिद की गयी तो कोई आंकड़ा मौजूद नही होने की बात कहकर वे टालते रहे ।जबकि सुशांत सदर अस्पताल में पिछले 10-15वर्षों से फार्मासिस्ट के पद पर कार्यरत हैं।उनके ऊपर कई गंभीर आरोप भी है ।फिर भी स्टोर कीपर के भी वे ही इंचार्ज बने हैं ।वहीं इस मामले में नव पदस्थापित सीएस डॉ मृगेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि 2 साल से कम्बल ,मच्छरदानी और बेडसीट की खरीद की गयी थी ।कुछ पुराने कम्बल ,मच्छरदानी,बेडसीट होंगें ।उन्हें मरीजों के बीच दिया गया होगा ।कितना स्टोर में है इसकी जानकारी फिलहाल उन्हें नहीं है। सीएस ने कहा कि स्टोर इंचार्ज सुशांत के पास इन समानों आंकड़े हैं ।वहीं सुशांत ने सीएस के दावे की हवा यह कहते हुए निकाल दी कि उनके पास कम्बल,मच्छरदानी और बेडसीट की उपलब्धता की कोई आंकड़े नही है ।इधर अरियरी प्रखंड के चांदी वृंदावन गाँव निवासी प्रमिला देवी ने बताया कि उनकी बहू सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती है ।उन्हें इस ठण्ड में बचाव के लिए न तो अस्पताल द्वारा कम्बल दी गयी,न तो बेडसीट दिया गया और न ही मच्छरदानी ही दी गयी ।इस भीषण ठण्ड में अपने घर से बिछावन लाकर मरीज को वह ठण्ड से बचा पा रही है । वहीँ इस पुरे मामले को भाजपा के जिला महामंत्री नवल पासवान ने ऊंच स्तरीय कमिटी बनाकर राज्य सरकार से जांच कराने की मांग की है ।
