हाजीपुर: पूर्वी सर्किल, कोलकाता के सुरक्षा आयुक्त श्री सुमित सिंघल ने आज दानापुर मंडल की बिहारशरीफ‑बरबीघा‑शेखपुरा नई रेल लाइन परियोजना के अंतर्गत लगभग 18 किलोमीटर लंबे अस्थावां‑बरबीघा‑सरसा जमालपुर रेलखंड का औपचारिक निरीक्षण किया। यह रेलखंड परियोजना का तृतीय और अंतिम चरण है, जिसे पूरा कर CRS की मंज़ूरी का इंतजार था।
निरीक्षण के दौरान आयुक्त ने मोटर‑ट्रॉली से सरसा जमालपुर से अस्थावां के बीच नई रेल लाइन की स्थिति, समपार फाटक (level crossings), पुल‑पुलिया, स्टेशन भवन, पैनल रूम, रिले रूम एवं आईपीएस रूम की समुचित समीक्षा की। इस तरह की निर्माण संरचनाएँ और सुरक्षा मानक पूरी तरह संतोषजनक पाए गए। विशेष ट्रेन से स्पीड ट्रायल भी सफलतापूर्वक किया गया, जिसने यह प्रमाणित किया कि नई लाइन परिचालन के लिए सुरक्षित एवं तैयार है।
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सुरक्षा आयुक्त ने कहा कि CRS की औपचारिक अनुमति मिलने के बाद इस खंड पर ट्रेन परिचालन जल्द शुरू किया जा सकता है। इस अवसर पर दानापुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक श्री विनोद कुमार, निर्माण विभाग के मुख्य अधिकारी दक्षिण श्री रामाश्रय पाण्डेय, RVNL के मुख्य परियोजना प्रबंधक श्री मनोज कुमार सिंह सहित अन्य उच्चाधिकारीगण उपस्थित थे।
यह परियोजना लगभग 43 किलोमीटर लंबी है और इसे तीन चरणों में विकसित किया गया है। पहला चरण में बिहारशरीफ‑अस्थावां खंड (लगभग 12.66 कि.मी.) जुलाई 2023 में पूरा हुआ था। दूसरा चरण था शेखपुरा‑सरसा जमालपुर खंड (लगभग 12.5कि.मी.), और आज का खंड तीसरा भाग है। इस पूरी परियोजना के अंतर्गत तीन नए स्टेशन बनाए गए हैं: अस्थावां, बरबीघा और सरसा जमालपुर।
नयी रेल लाइन बनने से नालंदा एवं शेखपुरा जिलों की रेल संपर्क सुधार होगी। यात्रियों को यात्रा में कम समय लगेगा, परिवहन सुविधाएँ सुधरेंगी, और आसपास के इलाकों में आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम स्थानीय विकास को त्वरित करेगा और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था में नई जान डालेगा।
निरीक्षण पूरा होने के बाद यह उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही स्थानीय लोगों के लिए इस रेलखंड पर ट्रेनें चलने लगेंगी। यात्रियों, व्यापारियों और विद्यार्थियों के लिए यह सुविधा विशेष रूप से लाभदायक सिद्ध होगी। इस तरह बिहारशरीफ‑बरबीघा‑शेखपुरा नई रेल लाइन परियोजना एक मील का पत्थर बन गई है जो क्षेत्र को बेहतर कनेक्टिविटी और विकास की दिशा में एक नया अवसर देगी।

