जमशेदपुर।उपायुक्त रविशंकर शुक्ला आज गुड़ाबांदा प्रखंड के दौरे पर रहे। इस दौरान उपायुक्त ने महेशपुर गांव के अम्बाडीह टोला में चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनी। वार्ता के क्रम में उपायुक्त द्वारा ग्रामीणों से उनकी समस्याओं के बारे में पूछा गया जिसपर ग्रामीणों ने मुख्य पथ से अंबाडीह टोला तक पथ निर्माण, बिजली की उपलब्धता कम रहने, मोबाइल नेटवर्क का अभाव तथा एक आंगनबाड़ी केन्द्र खोलने की मांग की। साथ ही कुछ ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय महेशपुर में अभी तक बच्चों को स्कूल ड्रेस एवं साइकिल नहीं मिला है। इस मामले में उपायुक्त द्वारा कहा गया कि एक सप्ताह के भीतर बच्चों को स्कूल ड्रेस एवं साइकिल उपलब्ध करा दी जाएगी। वहीं आंगनबाड़ी केन्द्र को लेकर कहा गया कि ग्रामीण अगर स्थल चयन कर लेते हैं तो आंगनबाड़ी की भी स्वीकृति प्रदान की जाएगी।
पथ निर्माण एवं बिजली की समस्या के समाधान को लेकर उपायुक्त ने दो दिनों के भीतर संबंधित विभाग के अभियंता को कार्रवाई हेतु निदेशित किया। मौके पर उपस्थित ग्रामीणों को उपायुक्त द्वारा मुख्यमंत्री सुकन्या योजना के बारे में भी विस्तार से बताया गया एवं अपील की गई कि बच्चियों के भविष्य को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा लोग इस योजना का लाभ लें एवं बच्चियों की शिक्षा अच्छी तरह से हो सके इसका प्रयास करें, जिला प्रशासन इसमें पूर्ण सहयोग प्रदान करेगा। उपायुक्त ने कहा कि जो बच्चे 10वीं या 12वीं के बाद आर्थिक तंगी या किसी अन्य कारण से पढ़ाई छोड़ चुके हैं तथा फिर से पढ़ाई शुरू करना चाहते हैं वे अपना नाम ग्राम प्रधान के माध्यम से उपलब्ध करायेंगे, उन्हें आगे की शिक्षा हेतु जिला प्रशासन द्वारा सहयोग प्रदान किया जाएगा।
चौपाल में उपस्थित एक महिला द्वारा बताया गया कि उनका बच्चा बोल नहीं पाता है, इसकी शिक्षा की व्यवस्था की जाए। 6 वर्ष के उस बच्चे को उपायुक्त ने स्वयं देखा, उसकी नाक एवं तालु में कुछ कठिनाई है, इसे इलाज की आवश्यकता है। उपायुक्त द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी को निदेशित किया गया कि वे जमशेदपुर जब भी आएं तो बच्चे की माता के साथ उनसे मिलें, बच्चे का इलाज भी करा दिया जाएगा तथा हॉस्टल में रहकर इसके पढ़ने की भी व्यवस्था की जाएगी।
इस अवसर पर उपायुक्त श्री रविशंकर शुक्ला द्वारा जल शक्ति अभियान के तहत जल संचयन एवं संरक्षण हेतु व्यापक जनभागीदारी सुनिश्चित करने की अपील ग्रामीणों से की गई। उपायुक्त ने जल संचयन की उपयोगिता बताते हुए ग्रामीणों से कहा कि भविष्य में पानी की किल्लत ना हो इसलिए हमें आज और अभी से ही जल संरक्षण के बारे में सोचना होगा। उपायुक्त ने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि जल संरक्षण एवं संचयन हेतु श्रमदान कर सोख्ता गड्ढा, मेड़बंदी, वृक्षारोपण एवं टीसीबी का निर्माण करें तभी जल शक्ति अभियान सफल होगा। जल शक्ति अभियान को प्रोत्साहित करते हुए उपायुक्त द्वारा ट्रेंच कम बंडिग योजना में श्रमदान एवं वृक्षारोपण किया गया। अंबाडीह गांव में लगभग 2000 फीट ऊंची पहाड़ से पाइप लाइन बिछाकर पानी की टंकी में ग्रामीणों द्वारा किए गए पानी संग्रहण कार्य का भी निरीक्षण किया गया जिसे पेयजल के रूप में उपयोग किया जाएगा। उपायुक्त ने ग्रामीणों के इस प्रयास की सराहना की तथा ग्रामीणों का विश्वास एवं उत्साह बढ़ाते हुए खुद भी उस पानी को पिया। उपायुक्त द्वारा कार्यपालक अभियंता-पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को निदेश दिया गया कि इसे पेयजल आपूर्ति योजना के रूप में तकनीकि पहलुओं को शामिल कर कल से ही कार्य प्रारंभ करायें तथा घर-घर नल के माध्यम से पेयजल उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। मौके पर ग्रामीणों द्वारा उपायुक्त को कुछ और ज्ञापन भी सौंपे गए जिसपर उपायुक्त द्वारा त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया गया।
इस अवसर पर जिला योजना पदाधिकारी श्री अजय कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी गुड़ाबांदा श्रीमति सीमा कुमारी, कार्यपालक अभियंता पेयजल, सहायक अभियंता पेयजल, कनीय अभियंता पेयजल,जिला समन्वयक SBM तथा अन्य लोग उपस्थित थे।
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