ब्रजेश भारती।
सिमरी बख्तियारपुर(सहरसा)
जब नगर पंचायत के एक प्रसिद्ध व्यवसायी के घर से एक साथ दो अर्थी निकली तो हर आंखें नम होगई, पुरा माहौल गमहीन हो गया। शव यात्रा में लोगो की भीड़ उमड़ पड़ी,हलांकि मुख्य बासियों ने अपनी-अपनी दुकानें बंद कर श्रद्धांजली दी।
चाची और भतिजा की एक साथ जली दो चिताएं
नगर पंचायत के मुख्य बाजार निवासी स्व. सूर्य नारायण मोदी के पांचवा पुत्र विजय चौरसिया की पत्नी (47वर्ष) छाया देवी व अजय चौरसिया के 23 वर्षीय कम्प्युटर इंजिनियर प्रलाद्ध कुमार उर्फ लेखू दोनो मृतक चाची और भतिजा का घर से जब अर्थियां उठी तो बाजार में चीख पुकार मच गई।
दोनो शवों को मुख्य बाजार से होते हुये डीसी कालेज रोड स्थित उनके निजी जमीन में दो चिताएं बना छाया देवी को उसके पुत्र राहुल चौरसिया ने मुख्आग्नि दी वही। प्रलाद्ध को उसके छोटे भाई ने मुख्आग्नि दी।इस मौके पर एसडीओ सुमन प्रसाद साह,उद्योगपति सुशील जयसवाल सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहें।
कैसे हुई चाची की मौत –
गत 13 जूलाई को विजय चौरसिया अपनी पत्नी व एक पुत्र रजत चौरसिया उर्फ अंशू के साथ अमरनाथ यात्रा पर गये थे। खगड़िया स्टेशन से अमरनाथ एक्सप्रेस ट्रेन से यात्रा पर निकले थें। रविवार सुबह श्रीनगर रोडवेज ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन की बस से अमरनाथ यात्रा पर जाने के दौरान जम्मू – श्रीनगर हाइवे पर बनिहाल पुलिस स्टेशन के करीब नाचिलाना के निकट बस गड्ढे में फिसल कर जा गिरी। विजय चौरसिया और उनके पुत्र रजत गंभीर रूप से घायल हो गया जबकि पत्नी छाया देवी की मौत हो गई। शव को मंगलवार की देर शाम विमान से पटना फिर वहां से एम्बूलेंस से घर लाया गया जहां वुधवार को अंतिम संस्कार किया गया।
कैसे हुई भतिजा की मौत –
उपरोक्त परिवार के ही एक पुत्र अजय चौरसिया के इंजिनियर पुत्र प्रलाद्ध कुमार उर्फ लेखू दिल्ली से अपने एक दोस्त के शादी समारोह में सामिल होने के लिये समस्तीपुर जिला आया हुआ था।शादी समारोह में सामिल होकर अपने दो दोस्तों के साथ इंडिका कार से वापस पटना के लिये निकला की रास्ते में कार एक पेड़ से टकरा सड़क दुर्धटना का शिकार हो गया।कार में सवार सभी लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गया जिसे इलाज के लिये पटना के राजेन्द्र नगर स्थित एक निजी अस्पताल में ईलाज के लिये भर्ती कराया गया। जहां ईलाज के क्रम में मंगलवार देर शाम मौत हो गई।
उधर अमरनाथ यात्रा में मृत चाची छाया देवी का शव भी पटना पहुंच चुका था। जैसे ही परिजनों को लेखू की मौत की खबर लगी इस परिवार पर दुखों का पहाड़ टुट गया। वहा से परिजनों ने दोनों चाची और भतिजा के शव को एक साथ सिमरी बख्तियारपुर लाया गया।
शवों को देख कोहराम मच गया
जैसे ही मंगलवार की सुबह एंबुलेंस से दोनो शव मुख्य बाजार स्थित घर पहुचा परिजनों में कौहराम मच गया।वही शव को देखने के लिये लोगों की हुजूम उमड़ पड़ी।हर आने जाने वालों का आंखे नम हो उठी।
वही अपने कलेजे तो टुकड़ें को असमय मौत से प्रलाद्ध कुमार की मां का रो रो कर बुरा हाल हो गया। बार बार बेटे के शव को देख मर्छित हो जा रही थी।वही मां की क्रंदन से पुरा माहौल गमहीन हो गया।
