राज कूमार झा।
मधूबनी। झंझारपूर के समीप ट्रेन और स्कूली बस मे टक्कर मे आठ बैग घायल हो गए है। घयलों में दो की हालत गंभीर है। घटना लौकहा थानाक्षेत्र की मंगलवार सुबह करीब सात बजे की है। स्कूल बस स्थानीय रामानुजम पलिक स्कूल की है।बताया जाता है कि हादसे के समय बस पर करीब 20 बच्चे सवार थे।
घटना के दौरान मौजूद स्थानीय लोगों ने बताया कि छोटी लाइन पर झंझारपुर से लौकहा की ओर सवारी ट्रेन जा रही थी। तभी मानव रहित ढाला को स्कूल बस ने पार करने की कोशिश की। स्कूली बस लौकहा से बघमरिया होते हुए सिहुला स्थित रामानुजम पलिक स्कूल जा रही थी। आती ट्रेन को देख कर बच्चों ने शोर मचाना शुरू किया। परास का ड्राइवर रमेन्द्र कुमार ने आती ट्रेन को अनदेखा करते हुए तेजी से गाड़ी निकालने की कोशिश की। इसी दौरान ट्रेन से बस के पिछले हिस्से में ठोकर लग गई। ठोखर के बाद किसी तरहास खड़ी रही। गुमटी के किनारे लगे लोहे के खंभों के कारण बस पलटी नहीं। छोटी लाइन होने के कारण ट्रेन की गति धीमी रहती है। इस कारण बड़ा हादसा टल गया, नहीं तो कई बच्चों की जान भी जा सकती थी।
वहीं स्थानीय लोगों तुरंत बच्चों को लौकहा स्थित निजी क्लिनिक में पहुंचाया। कुल आठ बच्चों का हादसे के बाद इलाज निजी क्लिनिक में हुआ। घायलों में पिंकी कुमारी, दीपक कुमार, राजन कुमार, राजाबाबू राज, नीरज कुमार के नाम शामिल हैं। इसमें पिंकी कुमारी के दायें पैर में चोट लगी है और दीपक कुमार के सिर में चोट लगी है। कई बच्चों का प्राथमिक उपचार कर उन्हें छुट्टी दे दी गई है। इलाज करनेवाले डॉ संजय झा ने कहा कि दो बच्चों को गंभीर चोट है। हालांकि सभी खतरे से बाहर हैं।
रामानुजम पब्लिक स्कूल, खुटौना की प्राचार्य रेखा कुमारी ने बताया कि स्कूल की ओर से सभी बच्चों का इलाज कराया जा रहा है। संवाददाता को उन्होंने जानकारी दी कि ड्राइवर की उनसे बात हुई है उसने कहा कि ट्रेन उसे नहीं दिखी। और जब गाड़ी को मानवरहित ढाला पार कराने लगा तो अचनाक देखा कि ट्रेन आ रही है। वहीं स्थानीय लोगों और घायल बच्चों ने बताया कि वे शोर मचाते रहे पर ड्राइवर ने मनमानी की और गाड़ी पार कराने लगा।
